सिनेमा की समझ विकसित करने का अभियान है जेएफएफ

नई दिल्ली: सिनेमा की समझ विकसित करने वाली संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए देश का सबसे बड़ा ट्रैवलिंग फिल्म फेस्टिवल जेएफएफ अपने नौवें साल में पहुंच चुका है। इन वर्षों के दौरान अपनी विविधता से इसने पूरे भारत में दर्शकों का दिल जीता है।

इस साल यह फेस्टिवल 18 से ज्यादा शहरों को जोड़ेगा। फिल्म प्रदर्शन की यह यात्रा 29 जून से दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम से शुरू होगी।

सितंबर में मुंबई में समापन से पहले अन्य भारतीय शहरों जैसे कानपुर लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, देहरादून, रांची, जमशेदपुर, भोपाल, इंदौर, गोरखपुर, आगरा, लुधियाना, हिसार, मेरठ और रायपुर में फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा।

इस साल, जेएफएफ (जागरण फिल्म फेस्टिवल) को 100 देशों से विभिन्न विधाओं में 3500 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। इनमें चयनित 200 से ज्यादा फिल्मों का प्रदर्शन होगा। प्रतियोगिता श्रेणी में इंडियन और इंटरनेशनल फीचर्स, शॉर्ट्स, इंडियन डॉक्यूमेंट्रीज और स्टूडेंट्स फिल्मों को शामिल किया जाएगा।

वहीं गैर-प्रतियोगी में थीमेटिक स्पेशल, रेट्रोस्पेक्टिव, ट्रिब्यूट्स, इंडिया शोकेस, वर्ल्ड पैनोरमा और हॉट शॉर्ट्स को शामिल किया जाएगा। इस साल जेएफएफ में भारतीय डॉक्यूमेंट्री की प्रतियोगिता श्रेणी शामिल की गई है।

इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराही और पुरस्कृत डॉक्यूमेंट्रीज जैसे राहुल जैन की मशीन्स, खुशबू रानका और विनय शुक्ला की एन इनसिग्निफिकेंट मैन जैसी डॉक्यूमेंट्रीज शामिल की गई हैं। इसी प्रकार अन्य श्रेणियों में भी सर्वश्रेष्ठ को मौका दिया जाएगा।