सिमी के शहीद हुए कार्यकर्ताओं की कबर से शब्द “शहीद” मिटा दिया गया

खंडवा: भोपाल में पिछले महीने एनकाउंटर में मारे गए सिमी के 5 कर्मचारियों की कब्र के कतबों (पट्टिका) पर लेखन में उनकी महानता प्रदान की गई और उन्हें शहीद घोषित किया गया लेकिन पुलिस  इसपर‌ हस्तक्षेप करते हुए इस लेखन को मिटा दिया। जिला पुलिस अधीक्षक महेंद्र सिंह सखारोर ने बताया कि हमने इस समस्या पर‌ मुस्लिम बड़ों का उल्लेख किया है जो कब्रिस्तान में सराहनीय भाषण लेखन करवाए थे और कुछ कब्रों के कतबों पर सरफ़रोशी और इस्लामी शहीद शब्द लेखे थे। कल रात इन लेखों को मिटा दिया गया।

गौरतलब है कि सिमी के 8 कार्यकर्ताओं में अमजद खान, जाकिर हुसैन, मोहम्मद साधक, शेख अज़ीज़‌ और अकील खिलजी शामिल थे जिन्हें 30 अक्टूबर की रात भोपाल सेंट्रल जेल से भागने के बाद पुलिस एनकाउंटर में मार दिया गया था। खंडवा के बडे कब्रिस्तान में 2 नवंबर को 5 मृतकों का अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में आई थी जिसमें 30 हजार से ज़्यादा लोग मारे गये थे।