अहमदाबाद ०१ दिसम्बर: (एजैंसीज़) स्टूडैंटस इस्लामिक मूमैंट आफ़ इंडिया (सिमी) के मक़बूल लीडर सफ़दर नागौरी जिन पर 2008-ए-में अहमदाबाद में सिलसिला वार बम धमाकों के पीछे असल ज़हन होने का इल्ज़ाम है तीन साल बाद उन्हों ने पोस्ट ग्रैजूएशन डिप्लोमा कोर्स मुकम्मल किया है।
वो रुहानी तालीमी इक़दार पर मबनी कोर्स में टाप कर चुके हैं। चहारशंबा के दिन गुजरात के सरकरदा अख़बार रोज़नामा मैं शाय ख़बर के मुताबिक़ 38 साला सफ़दर नागौरी ने ब्रह्मा कुमारी की जानिब से चलाए जाने वाले योगा क्लासेस के इलावा रुहानी निसाब की तालीम के इलावा अन्नामलाई यूनीवर्सिटी से फासलाती तालीम हासिल की।
सैमी के रुकन ने साबरमती सैंटर्ल जेल से वक़्त ज़ाए किए बगै़र तालीम हासिल करते हुए 87 मार्क्स के साथ टाप किया है।
दिलचस्प बात ये है कि आई पी ऐस ओहदेदार डी जी वंज़ारा जिन्हें सुहराब उद्दीन शेख़ के फ़र्ज़ी एनकाउन्टर केस के सिलसिले में मुअत्तल कियागया है और वो इसी जेल में महरूस हैं आला तालीम की दौड़ में टाप 10 में मुक़ाम नहीं पा सकॆ। उन्हें 11 वां मुक़ाम मिला है। कोर्स के हिस्से के तौर पर क़ैदीयों को 100 मार्क्स के तहरीरी इमतिहानात पास करने पड़ते हैं।