हैदराबाद 4 जुलाई (एजेंसीज़) अगर वज़ारते दाख़िला के तजावीज़ पर अमल आवरी का फैसला कर लिया जाता है तो अब आप को सिम कार्ड लेने के लिए जल्द ही फिंगरप्रिंट देना पड़ सकता है।
वज़ारते दाख़िला ने डिपार्टमेंट ऑफ़ टेलीकॉम (डाट) से ऐसे ऑपशन पर ग़ौर करने के लिए कहा है कि जिस से सर्विस प्रोवाइडर मोबाइल नंबर एक्टीवेट करने से पहले आधार कार्ड के तर्ज़ पर फिंगरप्रिंट या कोई और बायो मैट्रिक डेटा (तफ़सीलात) हासिल करें।
डाट को रवाना किए गए मकतूब में वज़ारते दाख़िला ने ये भी मश्वरा दिया है कि उस का एक मर्कज़ी डेटाबेस तैयार करे और क़ौमी सलामती के नुक़्ते नज़र से उस को नेशनल इन्टेलीजेन्स ग्रिड से मरबूत करदे।
मुताल्लिक़ा ओहदेदार के मुताबिक़, इस मुआमले पर दाख़िली सलामती के हवाले से वज़ीरे आला की गुज़िश्ता माह हुई कान्फ़्रैंस में भी बहस हुई और ये महसूस किया गया था कि फ़र्ज़ी काग़ज़ात की बुनियाद पर दहश्तगर्द और दीगर मुजरमीन सिम कार्ड ले रहे हैं और रीटेलर्स या डिस्ट्रीब्यूटर्स फ़िज़ीकल वेरीफ़ीकेशन नहीं कर रहे हैं।