हैदराबाद 09 मार्च: सियासतदानों,(पॉलिटिशियन) सनअतकारों के अच्छे दिन ख़त्म होने जा रहे हैं। ज़लज़ले और तीसरी आलमी जंग का भी इमकान है। आफ़ात-ए-समावी तबाही मचाएँगे। ये दावे वो काहिन कर रहे हैं जो मुस्तक़बिल का हाल बताने के दावा करते हैं। ज्योतिष या काहिन की बात मानने वालों की बड़ी तादाद इन पेशन गोइयों से परेशान है।
सियासतदां-ओ-सनअतकार जो काहिन या ज्योतिष से मुशावरत करते हैं, वो अपने सय्यारों की गर्दिश के मुताल्लिक़ मालूमात हासिल करने लगे हैं। 9 मार्च को इस साल का पहला सूरज गहन होने जा रहा है और इस सूरज गहन के अलावा सय्यारों की गर्दिश-ओ-इलम नुजूम रखने वाले काहिनों ने एक मर्तबा फिर से एसी ख़तरनाक पेशन गोइयों का आग़ाज़ किया है कि मुल्क के सियासतदां और सनअतकार तबक़ा की नींदें हराम होने लगी हैं। नुजूमियों का दावा है कि 9 मार्च को जो सूरज गहन होगा। उस वक़्त जो फ़लकियाती निज़ाम हरकत कर रहा होगा। इस की मुनासिबत दूसरी आलमी जंग के मौके पर जो निज़ाम फ़लकियात-ओ-सय्यारों का हाल था, इस से मिलता है , इस लिए ये कहना बजा है कि इसी साल तीसरी आलमी जंग छिड़ सकती है।
इतना ही नहीं माहिरीन इलम नुजूम होने के दावा इन काहिनों का कहना है कि सियासतदानों-ओ-सनअतकारों के अच्छे दिन ख़त्म होजाएंगे और उनका बुरा वक़्त 9 मार्च से शुरू होगा। सियासतदां माहिर इलम फ़लकियात-ओ-नुजूमियों को किस हद तक एहमीयत देते हैं, इस का अंदाज़ा मौजूदा हुकूमत तेलंगाना की तरफ से माहिर इलम नुजूम को सरकारी हैसियत के साथ मुक़र्रर किए जाने से लगाया जा सकता है।
इतना ही नहीं सय्यारों की गर्दिश और बुरे वक़्त से बचने के लिए चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव की तरफ से बड़े पैमाने पर की गई चंडी यगनम पूजा और माहिरीन इलम नुजूम के मश्वरे पर चीफ़ मिनिस्टर कैंप ऑफ़िस के अक़ब में वाक़्ये आई ए एस एसोसीएशन का ग़लबा शामिल है।
चीफ़ मिनिस्टर ने कैंप ऑफ़िस के क़रीब से आईएएस एसोसीएशन को मुंतक़िल करने का फ़ैसला सिर्फ इस लिए किया चूँकि माहिरीन इलम नुजूम ने ये कहा था कि उनके मकान के क़रीब पानी जमा ना रहे और आईएएस एसोसीएशन की इमारत में सोइमिंग पूल था और ये भी क़यास-आराइयाँ की जा रही हैं कि रियासती सेक्रेट्रियट को भी मुंतक़िल किया जा रहा है और इस की वजह दरअसल सेक्रेट्रियट के रूबरू मौजूद हुसेन सागर झील है।
वास्तव और नुजूमियों की बात पर चलने वाले सियासतदां-ओ-सनअतकारों के लिए अब बुरी ख़बरें आने लगेंगी और उन ख़बरों से ख़ौफ़ज़दा करते हुए ये काहीन अपनी दुकान चलाते रहेंगे। 9 मार्च को होने वाले गहन के मुताल्लिक़ नुजूमियों का कहना है कि 3 घंटे 22 मिनट जारी रहने वाले इस सूरज गहन के दौरान एक और सय्यारा सूरज की आड़ में होगा।
सरगर्म सियासत में मसरूफ़ सियासतदानों के मुस्तक़बिल के मुताल्लिक़ नजूमी जो पेशन गोई कर रहे हैं इस में ये दावा किया जा रहा है कि 17 अप्रैल के बाद सियासतदानों के बुरे दिन शुरू होंगे। उस के अलावा 9 मार्च, 17 अप्रैल ता 17 जून और 01 सितंबर को भी नहुस क़रार दिया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि ये तवारीख़ सियासतदानों के लिए मुश्किल तारिक़ हैं और उन्हें इन तारिक़ के दौरान उन्हें सेहत, ख़ानदान, तिजारती मसाइल का सामना करना पड़ सकता है।