नई दिल्ली 10 फ़रवरी:लांस नायक बर्फ़ में 6 दिन तक दफ़न रहने के बाद ज़िंदा दस्तयाब हुआ। बज़रीया तैयारा सियाचिन ग्लेशियर से फ़ौजी तहक़ीक़ी हॉस्पिटल मुंतक़िल कर दिया गया। इस की हालत नाज़ुक लेकिन बेहतर है। इस के कई मुआइने किए जा रहे हैं। उसे फ़ौज के बीस कैंप सियाचिन ग्लेशियर के पास से बरामद किया गया था और एक ख़ुसूसी फ़िज़ाई एम्बुलेंस के ज़रीये दिल्ली मुंतक़िल किया गया।
उसे पालम टेक्नीकल एयरपोर्ट पर पहुंचाने के बाद फ़ौजी दवाख़ाना मुंतक़िल किया गया। कपड़ कर्नाटक का मुतवत्तिन है और वो 25 फ़ीट बुलंद बर्फ़ में 6 दिन तक दफ़न रहा था। ये मुक़ाम ख़त क़बज़ा के क़रीब 19 हज़ार 6 सौ फ़ीट की बुलंदी पर है जहां दर्जा हरारत मनफ़ी 45 दर्जा सेल्सियस था। दुसरे 9 फ़ौजी हलाक हो चुके हैं। ताहाल 5 लाशें बरामद की जा चुकी हैं जिनमें से 4 की शिनाख़्त हो चुकी है।
वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने लांस नायक हनमंथप्पा की तारीफ की जो 6 दिन तक सियाचिन ग्लेशियर पर बर्फ़ के ज़बरदस्त तूदे के नीचे दफ़न रहने के बावजूद ज़िंदा रहा। उन्होंने कहा कि ये एक ग़ैरमामूली सिपाही है जिसकी ताक़त बर्दाश्त और जज़बे को शिकस्त नहीं दी जा सकती और ना इसे अलफ़ाज़ में बयान किया जा सकता है। वो फ़ौजी हॉस्पिटल पहुंचे थे ताकि लांस नायक की ख़ैरीयत दरयाफ़त कर सकें।
सदर जमहूरीया हिंद परनब मुखर्जी ने सियाचिन में तायिनात कर्नाटक के मुतवत्तिन कपड़ की दिलेरी की तारीफ़ करते हुए कहा कि वो 6दिन तक मौत से लड़ता रहा। 3 फ़रवरी को सियाचिन ग्लेशियर पर एक बड़ा बर्फ़ का तूदा गिर पड़ा था जिसके नीचे 10 फ़ौजी दब गए थे उनमें से हनमंथप्पा वाहिद फ़ौजी है जो ज़िंदा दस्तयाब हुआ। बाक़ी 9 अफ़राद हलाक हो चुके हैं।