सुपरस्टार सलमान खान का मानना है कि आर्ट्स और तफरीह को किसी सरहद में नहीं बांधा जा सकता है और सियासत के साथ इसका घालमेल नहीं किया जाना चाहिए। हाल ही में पाकिस्तानी आर्टिस्ट्स को मुंबई में दाखिल न होने देने से मुताल्लिक तनाज़ा के बारे में सलमान ने कहा कि, “सियासत और आर्ट्स का घालमेल नहीं किया जाना चाहिए। आम लोग ऐसा नहीं चाहते।” सलमान ने कहा, “अब सब कुछ डिजिटल है।
हिंदुस्तानी नाज़रीन मशहूर पाकिस्तानी प्रोग्राम समेत हर तफरीह प्रोग्राम देखना चाहते हैं। आर्ट्स और तफरीह को किसी सरहद में नहीं बांधा जा सकता है। तफरीह का तखमीना उस उस बुनियाद पर किया जाता है, जिसे आम लोग पसंद करते हैं।” सलमान ने कहा कि किसी अदाकार को किसी किरदार के लिए चुनना पूरी तरह प्रोड्यूसर का तख्लीकी फैसला है।
सलमान ने कहा कि, “अगर कोई किसी पाकिस्तानी आर्टिस्ट को लेना चाहता है, जो किरदार को बेहतर ढंग से निभा सके तो कोई भी उस पर रोक नहीं लगा सकता।” गुजश्ता महीने मशहूर पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली को सियासी मुदाखिलत के सबब अपना प्रोग्राम रद्द करना प़डा था और पाकिस्तानी अदाकार फवाद खान और अदाकारा माहिरा खान को भी शिवसेना ने निशाना बनाया था।