हैदराबाद 22 जुलाई इदारा सियासत के ज़ेरे एहतेमाम हेल्पलाइन के ज़रीये ताहाल तक़रीबन 400 दरख़ास्तें बैरून-ए-मुल्क तालीम के लिए सरकारी ग्रांट की मंज़ूरी के लिए दाख़िल की जा चुकी हैं।
सियासत हेल्पलाइन के ज़रीये दरख़ास्त गुज़ारों के अस्नादात की तन्क़ीह के अलावा ऑनलाइन दरख़ास्तों के इदख़ाल की मुफ़्त ख़िदमात का सिलसिला अब भी जारी है। हुकूमत ने बैरून-ए-मुल्क तालीम के हुसूल के लिए अक़लियती तबक़ा के नौजवानों को 10 लाख रुपये ग्रांट की फ़राहमी का फ़ैसला किया है।
स्कीम से इस्तेफ़ादा करने वालों की हद उम्र 30 साल रखी गई थी जिसे मुतअद्दिद नुमाइंदगियों के बाद 35 साल कर दिया गया है ताके ज़्यादा से ज़्यादा तलबा मुस्तफ़ीद हो सकीं। पिछ्ले मई के दौरान जारी करदा सरकारी अहकामात में तरमीम के फ़ैसले के बाद अब मज़ीद नौजवान जिन की उमरें 30 साल से मुतजाविज़ करचुकी हैं और अंदरून 35 साल हैं वो दरख़ास्त दाख़िल करने के अहल क़रार दिए गए हैं।
दरख़ास्तों के इदख़ाल की तारीख़ में किसी किस्म की तौसी का इमकान नहीं है 4 अगस्त को महिकमा ने क़तई मेरिट लिस्ट जारी करने का फ़ैसला किया है। दरख़ास्त गुज़ार की ख़ानदानी आमदनी सालाना 2 लाख रुपये से ज़ाइद ना हो। रियासती हुकूमत की तरफ से मालना स्कीम के मुताबिक़ हुकूमत 500 अक़लियती नौजवानों को फी कस 10 लाख रुपये बतौर तालीमी ग्रांट जारी करेगी जो कि दो क़िस्तों में अदा की जाएगी। इस स्कीम में तालिबात के लिए 35 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम किए गए हैं।