नई दिल्ली, 12 मार्च ( सियासत न्यूज़ ) रोज़नामा सियासत हैदराबाद के ज़ेर ए एहतेमाम इस्लामी ख़त्ताती की नुमाइश का इफ़्तेताह मुहतरमा शीला दिक्षित वज़ीर-ए-आला हुकूमत दिल्ली के हाथों आज अमल में आया। नुमाइश के इफ़्तेताह के बाद मोहतरमा शीला दिक्षित ने अपने तास्सुरात का इज़हार करते हुए कहा कि क़ुरआन शरीफ़ की आयात मुबारका के हवाले से उन्होंने इस तरह की नुमाइश आज तक नहीं देखी है ।
वो इस तरह की शानदार नुमाइश के दिल्ली में इनइक़ाद पर इदारा सियासत और इसके इंतेज़ामीया की शुक्रगुज़ार हैं। उन्होंने कहा कि क़ुरआन शरीफ़ की आयात मुबारका की ख़त्ताती के फ़न पारे देख कर उन्हें बेहद मुसर्रत हुई है और इसका इफ़्तेताह करना उन के लिए बाइस सआदत है ।
उन्होंने प्रोफेसर अख़तरुल वासे की तरफ़ इशारा करते हुए कहा कि ऐसी नुमाइश का जामिआ मिलिया इस्लामीया के कैंपस के बाहर दिल्ली के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर भी एहतेमाम करें। प्रोफेसर अख़तरुल वासे ने तय्क्कुन दिया कि दिल्ली उर्दू एकेडेमी के ज़ेर ए एहतेमाम भी इस नुमाइश के इनइक़ाद का इंतेज़ाम किया जाएगा।
सऊदी अरब के सफ़ीर मतीना हिंदूस्तान हज़ अक्से लिंसी डाक्टर सऊद मुहम्मद एलिसाति ने अपने तास्सुरात बयान करते हुए कहा कि वो हालाँकि हिंदूस्तान में एक इस्लामी मुल्क की नुमाइंदगी करते हैं लेकिन यहां उन्हें इस्लामी ख़त्ताती की इस तरह की नुमाइश का मुशाहिदा करके ताज्जुब और हैरत हो रही है । उन्होंने कहा कि खास तौर पर हिंदूस्तान में इस तरह की नुमाइश उनके लिए हैरत का बाइस है हालाँकि इस तरह की नुमाइश का इस्लामी ममालिक में एहतिमाम होना चाहीए ।
एडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने इस मौक़ा पर मीडिया से बात चीत करते हुए चीफ मिनिस्टर दिल्ली शीला दिक्षित से ख़ाहिश की कि वो हैदराबाद का दौरा करके इदारा सियासत की जानिब से चलाई जाने वाली समाजी तालीमी और फ़लाही स्कीमात का बज़ात-ए-ख़ुद मुशाहिदा करें ताकि इन शानदार और मूसिर स्कीमात को दिल्ली में भी अमली शक्ल दी जा सके और यहां भी उन्हें राइज किया जा सके ।
जनाब ज़ाहिद अली ख़ां ने कहा कि जिस किसी के पास कोई हुनर और फ़न हो चाहे वो हैदराबाद से ताल्लुक़ रखता हो या मुल्क के किसी भी गोशे से ताल्लुक़ रखता हो वो अगर इदारा सियासत से रुजू होता है तो इसके फ़न को तरक़्क़ी देने और उसे निखारने और उसे दुनिया के सामने पेश करने के तमाम इम्कानात का जायज़ा लिया जाएगा और हर इक़दाम किए जाएंगे ।
जनाब नजीब जंग वाइस चांसलर जामिआ मिलिया इस्लामीया नई दिल्ली ने इस जलसा की सदारत की। इस नुमाइश का एहतेमाम ज़ाकिर हुसैन इंस्टीटियूट आफ़ इस्लामिक स्टडीज़ के तआवुन से मक़बूल फ़िदा हुसैन आर्ट गैलरी, जामिआ मिलिया इस्लामीया नई दिल्ली में किया गया था। ये नुमाइश 16 मार्च तक सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक जारी रहेगी।
इस्लामी ख़त्ताती के माहिरीन जनाब मुहम्मद नईम साबरी, जनाब शेख़ मुहम्मद अबदूल्लतीफ़ फ़ारूक़ी, जनाब सैय्यद नसीर उद्दीन वक़ार, जनाब अब्दुल नसीर सुलतान भी इस मौके पर मौजूद थे। इस नुमाइश की सजावट-ओ-तर्तीब में जनाब मुहम्मद इस्माइल अहमद, जनाब सईद बिन नासिर, जनाब मज़हर सईद , जनाब मुहम्मद मुनीर अहमद, जनाब हयात हुसैन हबीब, जनाब एम एन बेग, जनाब मुहम्मद फ़हीम, जनाब शेख़ निज़ाम उद्दीन लईक (प्रेस फ़ोटोग्राफ़र सियासत), जनाब सैय्यद हामिद अली (नामा निगार सियासत नई दिल्ली) और जनाब एम शेखर ने तआवुन किया।
जामिआ मिलिया इस्लामीया से प्रोफेसर अख़तरुल-वासे, प्रोफेसर ज़हूर अहमद ज़रगर, प्रोफेसर मुहम्मद ख़ां, जनाब तनवीर, जनाब सईद बिन नासिर और जनाब मुहम्मद इस्माइल ने तआवुन किया। सफ़ीर सऊदी अरब हज़ एक्सेलेन्सी डाक्टर सऊद मुहम्मद एलिसाति , मुहम्मद महसनी फ़र्द, पोलीटिकल कौंसलर (सऊदी सिफ़ारत ख़ाना नई दिल्ली), जनाब सैय्यद मुज्तबा हाश्मी , जनाब मुहम्मद साबिर फ़हीम, जनाब हबीब, मुहतरमा सुरय्या, मुहतरमा करीमा, मुहतरमा लीला माँ नूरी (काबुल टाइम्स) भी इस तक़रीब में शरीक थे।
नुमाइश की इफ़्तेताही तक़रीब के मौक़ा पर जनाब सैय्यद शहाब उद्दीन साबिक़ एम पी के इलावा जामिआ मिलिया इस्लामीया नई दिल्ली के असातिज़ा और तलबा की कसीर तादाद शरीक थी। रोज़नामा सियासत हैदराबाद के एडीटर जनाब ज़ाहिद अली ख़ां, जनाब ज़हीरउद्दीन अली ख़ां मैनेजिंग एडीटर सियासत, जनाब आमिर अली ख़ां न्यूज़ एडीटर सियासत ने नुमाइश के इंतेज़ामात की निगरानी की और मेहमानों का ख़ौरमक़दम किया।
आज इस इस्लामी नुमाइश के इफ़्तेताह के बाद अल्जीरिया के सफ़ीर इरान के नुमाइंदे और रुकन राज्य सभा मिस्टर एम ए ख़ान ने भी यहां पहूंच कर नुमाइश का मुशाहिदा किया और इस शानदार-ओ-मिसाली नुमाइश के एहतेमाम की सताइश की ।