सियासी मक़ासिद के लिए मुस्लिम नौजवानों के ख़िलाफ़ दहश्तगर्दी के इल्ज़ामात

मुल्क की कई एक रियासतों के असेंबली चुनाव में एस डी पी आई ने पहली बार बगैर नोट के वोट हासिल करते हुए कई मुक़ामात पर तीन हज़ार से 37 हज़ार वोट हासिल कर चुकी है, और ये मुल्क की अव्वलीन पार्टी है जो बगैर नोट के वोट हासिल कर रही है।

इन ख़्यालात का इज़हार एस डी पी आई के रियासती सदर अबद उल-वारिस ने एस डी पी आई शाख़ करनूल की तरफ से ” दहश्तगर्दी की सियासत ख़त्म करो “के उनवान पर सदारती बयान में रॉयल फंक्शन हाल अदूनी में मुनाक़िदह जलसे से ख़िताब करते हुए किया।

उन्होंने कहा कि कुछ अर्से से मुल्क का समाजी‍ ओ‍ सियासी मंज़र नामा ख़ुसूसन मुस्लिम नौजवानों की गिरफ्तारियां ,तशद्दुद और गैरकानूनी हिरासत जैसे चौंका देने वाली ख़बरो जो यक़ीनन बाइस तशवीश है और सरकारी एजंसियों की तरफ से गरीब-ओ-बेसहारा लोगों के ख़िलाफ़ एक गहिरी साज़िश की अलामत बनता जा रहा है।

मुस्लिम नौजवानों को गिरफ़्तार कर के उन्हें कई साल से जेलों में रखा गया है,जबकि तहकीकात से साबित हो चुका हैके मज़कूरा धमाकों के पीछे हिंदुतवा नेटवर्क का हाथ है जो मुल्क के जमहूरी निज़ाम को तबाह करके नाम निहाद हिंदु राष्ट्र क़ायम करने के शैतानी मंसूबा को अमली जामा पहनाने में मसरूफ़ है।

उन्होंने माज़ी में हुए इशरत जहां के फ़र्ज़ी एनकाउंटर का तज़किरा करते हुए कहा कि मुंबई की रहने वाली इशरत जहां और उनके साथियों को दहश्तगर्द क़रार देते हुए गुजरात के वज़ीर-ए-आला नरेंद्र मोदी को क़त्ल करने के मंसूबा पर आए हुए दहश्तगर्दवं का एनकाउंटर क़रार दिया गया ,तहकीकात के बाद सारी दुनिया जान गई कि इन चारों का क़त्ल किया गया।

इस जलसे में महबूब शरीफ़ एसडी पी आई नेशनल सेक्रेटरी , मुहम्मद इर्फ़ान जनरल सेक्रेटरी , सय्यद हबीबउल्लाह स्टेट वाइस प्रेसीडेंट , कृष्णा रेड्डी ज़िला कन्वीनर , मुहम्मद इमतियाज़ , बी क़ादिर बाशाह प्रेसीडेंट अदूनी, मुहम्मद शरीफ़ और दुसरे शरीक रहे।