नई दिल्ली: दिल्ली में मुक़ीम ईरा सिंघल आज सियोल सर्विस इम्तेहान में कामयाब सर-ए-फ़हरिस्त ख़वातीन में पहली जिस्मानी माज़ूर ख़ातून बन गईं जबकि रैंक के एतबार से उन्होंने चौथा मुक़ाम हासिल किया है। रीढ़ की हड्डी में ख़राबी से मुतास्सिरा 31 साला ख़ातून ईरा सिंघल फ़िलहाल इंडियन रीवैन्यू सर्विस की ओहदेदार हैं और उनकी मुसलसल छटवें कोशिश अब बारावर साबित हुई।
उन्होंने नताइज के ऐलान पर कहा कि मैं आज बहुत ख़ुश हूँ। मैंने तो सिर्फ़ इम्तेहान की तैयारी की थी क्योंकि मुझे आई ए ऐस ऑफीसर बनना है और में जिस्मानी तौर पर माज़ूर यन के लिए ख़िदमत करना चाहती हूँ। केरला की मुतवत्तिन डाक्टर रेनू राज और दिल्ली की एक और ख़ातून नीधि गुप्ता भी इंडियन रीवैन्यू सर्विस से वाबस्ता हैं।
27 साला दोनों ख़वातीन बिलतर्तीब दूसरा और तीसरा मुक़ाम हासिल किया है। यूनीयन पब्लिक सर्विस कमीशन की जानिब से आज मालना नताइज के मुताबिक़ दिल्ली में मुक़ीम वंदना राव ने चौथा रैंक ओ रियासत बिहार की मुतवत्तिन इनकम टैक्स ऑफीसर सदा हर्षा भगत ने पांचवां मुक़ाम पाया है।
तीसरा रैंक हासिल करनेवाली ख़ातून नीधि गुप्ता ने कहा कि ये लम्हा मेरे लिए काबिल फ़ख़र है, मैंने सख़्त मेहनत लगन से तैयारी की थी जिस का आज समर मिला है। निधि गुप्ता फ़िलहाल अस्सिटेंट कमिशनर आफ़ कस़्टम़्स ऐंड सैंटर्ल एक्साइज़ हैं और फरीदाबाद में ज़ेर-ए-तरबीयत हैं। जबकि वंदना राव दीगर पसमांदा तबक़ात के ज़मुरा में सर-ए-फ़हरिस्त हैं।