सिरी राम सेना पर पाबंदी का मुतालिबा

नई दिल्ली। 14अक्टूबर (पी टी आई) ऑल इंडिया इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी फ्रंट के चेयरमैन ऐम ऐस बटा ने प्रशांत भूषण पर हमले की मुज़म्मत करते हुए दाएं बाज़ू की तंज़ीम सिरी राम सेना पर पाबंदी का मुतालिबा किया है। इस तंज़ीम के अरकान ही प्रशांत पर हमले के ज़िम्मेदार हैं। उन्हों ने कहा कि राम सेना को फ़ौरी ममनू क़रार देना चाहिए। ये बदबख़ती की बात है कि राम सेना जैसी तंज़ीमें हिन्दू अज़म और हिंदूओं के इमेज को ग़लत तरीक़ा से पेश कररहे हैं। कश्मीर पर प्रशांत भूषण के रिमार्कस का भी उन्हों ने सख़्त नोट लिया और कहा कि इस रिमार्कस की वजह से ही नौजवानों को हमला करने के लिए मुश्तइल किया। अना हज़ारे पर ज़ोर देते हुए कहा कि वो अपनी टीम के अरकान को बाज़ रखें। इस तरह के ब्यानात देने से गुरेज़ करना चाहिए। कश्मीर पर भूषण का ब्यान ग़ैर ज़रूरी है। इसी दौरान वज़ीर-ए-इत्तलात-ओ-नशरियात अमबीका सोनी ने प्रशांत भूषण पर हमले की शदीद मुज़म्मत की और कहा कि किसी भी मसला का हल तशद्दुद नहीं है। तशद्दुद की शदीद मुज़म्मत की जाती है। उन्हों ने कहा कि प्रशांत भूषण पर हमला तशवीशनाक मुआमला है। जो लोग उन्हें नहीं जानते उन के चैंबर में घुस कर जब हमला करते हैं तो ये फ़िक्र की बात है। बगै़र इजाज़त के किसी भी चैंबर में दाख़िला होना ख़िलाफ़-ए-क़ानून है। कश्मीर में रैफ़रंडम कराने केलिए भूषण के ख़्यालात से मुताल्लिक़ उन्हों ने कहा कि हर फ़र्द को अपनी ज़ाती राय पेश करने का हक़ हास है।