BRICS चोटी कान्फ्रेंस के दौरान एहतियाती तौर पर 300 तिब्बती शहरीयों की गिरफ़्तारी की गूंज राज्य सभा में भी सुनी गई, जहां बी जे पी ने इन गिरफ़्तारीयों को जमहूरीयत के लिए शर्मनाक क़दम से ताबीर किया और कहा कि ऐसा करके अवाम के बुनियादी हुक़ूक़ की पामाली की गई है।
बी जे पी के बलबीर पंज ने वक़फ़ा सिफ़र के दौरान इस मौज़ू को उठाते हुए कहा कि दिल पर पत्थर रख कर वो ये कहने पर मजबूर हैं कि चोटी कान्फ्रेंस के नाम पर दिल्ली पुलिस ने अवाम के बुनियादी हुक़ूक़ को पामाल कर दिया। उन्होंने कहा कि इन इलाक़ों में जो कुछ भी हो रहा है वो जमहूरीयत के लिए बाइस शर्म है।
300 अफ़राद को सिर्फ एहतियाती तौर पर हिरासत में लेते हुए जेलों में ठोंस दिया गया जबकि दो अफ़राद की गिरफ़्तारी प्रेस कलब से अमल में आई। ये तमाम हरकतें हमारे ही मुल्क में हो रही हैं जबकि हमारा दोगलापन देखिए कि हम सिरी लंकाई तमिल शहरीयों और फ़लस्तीनीयों के हुक़ूक़ के लिए नारेबाज़ी करने में पेश पेश रहते हैं।