सिर्फ़‌ पाँच मिनट का मदरसा

7 रबीउस्सानी

सफा पहाड पर इस्लाम की दावत

नबुव्वत‌ मिलने के बाद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम तीन साल तक पोशीदा तौर पर दीन की दावत देते रहे, फिर अल्लाह तआला की तरफ से हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को खुल्लम खुल्ला इस्लाम की दावत देने का हुक्म हुआ, इस हुक्म के बाद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने सफा पहाड की चोटी पर चढ कर मक्का के तमाम ख़ान्दान वालों को आवाज़ दी, जब सब लोग जमा हो गए ,तो आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फर्माया, ऐ लोगों ! अगर मैं तुम से ये कहूँ के इस पहाड के पीछे एक लश्कर आ रहा है, जो अनक़रीब तुम पर हमला करने वाला है, तो क्या तुम इस बात का यक़ीन करोंगे ? “सब एक ज़बान हो कर बोले, “क्यों नहीं ! आप तो सादिक़ और अमीन हैं। फिर आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया, “लोगो ! एक अल्लाह पर ईमान लाओ और बुतों की इबादत छोड दो ,मैं तुम को एक सख़्त अज़ाब से डराने और आगाह करने आया हूँ , जो बिल्कुल तुम्हारे सामने है।

ये सुनकर सभी लोग सख़्त नाराज़ हुए, उन में आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का सगा चचा अबू लहब आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के साथ सख़्त कलामी से पेश आया, जिसके जवाब में अल्लाह तआला ने अबू लहब और उस की बीवी उम्मे जमीन की तबाही के बारे में सूरे लहब नाज़िल फ़रमाई।

अल्लाह की क़ुदरत : रेडियम‌
अल्लाह तआला ने इस कारख़ाना-ए-आलम में मुख़्तलिफ क़िस्म की चीज़े पैदा फ़रमाई हैं, इन चीज़ों में एक क़ीमती चीज़ रेडियम‌ हैं, यह एक चमकती हुई चीज़ हैं,जो सोने से कई गुना ज़ियादा क़ीमती ज़ौहर के अन्दर बग़ैर बिजली या तेल के इस क़द्र चमक किस हस्ती ने पैदा फ़रमाई ? बेशक ये अल्लाह तआला ही की क़ुदरत का करिश्मा है।

एक फ़र्ज़ के बारे में : हज किन लोगों पर फर्ज़ है
क़ुरआन में अल्लाह तआला फ़रमाता है, “अल्लाह के वास्ते उन लोगों के ज़िम्मे बैतुल्लाह का हज करना (फर्ज़) है, जो वहाँ तक पहुँचने की ताक़त रखते हों।

एक सुन्नत के बारे में : गुस्ल करने का सुन्नत तरीक़ा
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जब जनाबत फ़र्माते , तो सब से पहले हाथ धोते, फिर सीधे हाथ से बाएँ हाथ पर पानी डालते , फिर इस्तिंजे की जगह धोते,फिर जिस तरह नमाज़ के लिये वुज़ू किया जाता है उसी तरह वुज़ू करते, फिर पानी लेकर अपनी
उंगलियों के ज़रिये सर के बालों की जडों में दाखिल करते, फिर तीन दफा दोनों हाथ भर कर सर पर पानी डालते, फिर सारे बदन पर पानी बहाते और सब से अख़ीर में दोनों पाँव धोते।