बी एस पी सरबराह मायावती ने आज मर्कज़ी हुकूमत को तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए कहा कि हिंदुस्तानी सिफ़ारत कार देवयानी खोबर गादे की अमेरिका में गिरफ़्तारी के मुआमला में हकूमत-ए-हिन्द ग़ैरसंजीदा है जिस से हुकूमत दलित मुख़ालिफ़ ज़हनियत उजागर होगई है।
पार्लियामेंट के बाहर एक बयान देते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका में एक दलित ख़ातून के साथ जो भी हुआ हम उसे नजरअंदाज़ नहीं करसकते लेकिन इससे हुकूमत की दलित मुख़ालिफ़त पॉलीसी भी बेनकाब होगई है। याद रहे कि अमेरिका में मुक़ीम कौंसिल जेनरल आफ़ इंडिया देवयानी खोबर गादे को न्यूयॉर्क में गिरफ़्तार करने के बाद उनकी जामा तलाशी भी ली गई थी जिस से हिंदुस्तान में एक सियासी हंगामा होगया था जहां हर सियासतदां ने पार्टी वफ़ादारी से क़ता नज़र, अमेरिका के साथ जैसे को तैसा रवैया अपनाने का मांग किया था।
दूसरी तरफ़ हिंदुस्तान ने अमेरिका के ख़िलाफ़ अपने मौक़िफ़ को सख़्त करते हुए मर्कज़ ने हिंदुस्तान में मौजूद अमेरिकी सिफ़ारत कारों को हासिल मुराआत में कमी करदी है। मायावती ने इस वाक़िया को दलित तबक़ा से जोड़ते हुए कहा कि अगर देवयानी की जगह कोई ग़ैर दलित ख़ातून होती तो अब तक मर्कज़ी हुकूमत ने सख़्त कार्रवाई मुकम्मल करली होती जब कि इस वाक़िया को कई दिन गुज़र चुके हैं लेकिन हुकूमत कोई भी काबिल लिहाज़ कार्रवाई करने में नाकाम है जिस से ये वाज़िह होजाता है कि हुकूमत इस मुआमले में बिलकुल संजीदा नहीं है जबकि ये एक अहम क़ौमी मुआमला है।