नागौर: राजस्थान के नागौर जिले में तैनात खातून कॉन्सटेबल्स ने अपने सीनीयर साथियों पर बेहद संगीन इल्ज़ाम लगाए हैं। खातून कांस्टेबल्स ने इल्ज़ाम लगाते हुए कहा है कि वे उन्हें प्रॉस्टीट्यूट कहकर बदनाम करते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने डीजीपी समेत दिगर कई सीनीयर पुलिस आफीसरों को चिट्ठी लिखकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने इल्ज़ाम लगाया है कि उन्हें सेक्स वर्कर बताकर उनके फोन नंबर्स को आस पास के इलाकों में बंटवा दिया गया है।
खातून कांस्टेबल्स ने कहा है कि ऐसा होने से उन्हें न सिर्फ समाज में बल्कि अपने खानदान वालों की निगाहों में भी इज़्ज़त / वक़ार खोने का डर सताने लगा है। वहीं सीनीयर आफीसरों ने भी ऐसी शिकायत मिलने और इस पर कार्रवाई की बात कुबूल की है। गौरतलब है कि यह इल्ज़ाम लगाने वाली खातून कॉन्सटेबल्स को कुछ दिनो पहले ही शरीक किया गया है।
चिट्ठी में कहा गया है पुलिस लाइन्स में कुछ ऐसे मर्द कॉन्सटेबल्स तैनात हैं जिन्होंने खातून साथियों को बदनाम करने और उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए उनके फोन नंबर्स आस पास के इलाकों में बंटवा दिए हैं। साथ ही ऐसी अफवाहें भी फैलाई गईं हैं जिन्हें यहां नहीं लिखा जा सकता है।
हर कोई हमें शक की नज़रों से देखता है। इसके अलावा यह भी इल्ज़ाम लगाया है कि ये कॉन्सटेबल्स उन्हें दूसरे नंबर्स से फोन करके परेशान भी करते हैं।
आईजी मालिनी अग्रवाल ने इस बारे में बताया कि इस मामले के सामने आने के बाद काबिल अफसर से इसकी जांच कराई कराई गई थी। हालांकि इन शिकायतों को लेकर अभी तक कोई भी सामने नहीं आया है, जिससे यह साबित होता हो कि खत में लगाए गए इल्ज़ाम सही हैं। इसके बावजूद इस मामले को काफी संजीदगी से लिया गया है और मुताल्लिक पुलिस थानों में काउंसलिंग का इंतेज़ाम किया गया है।
राज्य महिला आयोग की चीफ ( रिटायर्ड ) लाड कुमारी जैन ने इस मामले पर कहा कि पुलिस महकमा में हायरार्की बहुत ही मजबूत होती है। इसीलिए अपने करियर के नुकसान होने के डर की वजह से कोई भी शिकायत करने से डरता है।
उन्होंने कहा कि मुतास्सिरा खातून कॉन्सटेबल्स को एक ग्रुप बना कर सीनीयर आफीसरों से मिलना चाहिए और अपनी बात उनके सामने रखनी चाहिए।