नई दिल्ली :सीनियर अदीब रवींद्र कालिया अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्हें लीवर में शिकायत के बाद पिछले दिनों राजधानी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हिंदी अदब में रवींद्र कालिया की शोहरत नावेल निगार , कहानीकार और याददाश्तों मुसन्निफ़ के अलावा एक ऐसे बेहतरीन एडिटर के तौर पर थे जो मोरीबोंद मॅगज़ीन्स में भी जान फूंक देते थे। रवींद्र कालिया हिंदी के उन गिने-चुने एडिटरों में से एक थे, जिन्हें सरफीन की नब्ज़ और बाज़ार का खेल दोनों का पता था।