सीनीयर्स को आराम और तेज़ पिच्स की तैयारी की ज़रूरत : गावस्कर

नई दिल्ली, १६ जनवरी ( पी टी आई ) हिंदूस्तानी क्रिकेट टीम की ऑस्ट्रेलिया में शर्मनाक शिकस्त पर साबिक़ खिलाड़ियों ने सख़्त तबसरे किए हैं और सारे निज़ाम में तबदीली और सीनीयर खिलाड़ियों को बाहर करने के इलावा मुल्क में तेज़ रफ़्तार पिच्स बनाने पर ज़ोर दिया है ।

साबिक़ कप्तान सुनील गावस्कर ने कुछ से नर खिलाड़ियों के तहम्मुल पर भी सवाल किया है और कहा कि सिर्फ सलाहियतों से बात नहीं बन सकती । उन्हें अपने मसाइल हल करने होंगे । उन्हों ने कहा कि पूरी दियानतदारी से जायज़ा लेना चाहीए और फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट के ढाँचे पर नज़र-ए-सानी की ज़रूरत है ।

हमें पिच्स के इलावा क्रिकेट शीडोल का भी जायज़ा लेना चाहीए । सारा कुछ पूरी मशक़्क़त से किया जाना चाहीए । उन्हों ने कहा कि हिंदूस्तानी क्रिकेट को आगे बढ़ाने के लिए अच्छे ज़हन मौजूद हैं। इन का तजुर्बा इस्तेमाल किया जाना चाहीए और इलाक़ाई सियासत इस में रुकावट नहीं बननी चाहीए ।

हम को यक़ीनी बनाना चाहीए कि हिंदूस्तान को इसी सूरत-ए-हाल का मुस्तक़बिल में सामना करना की नौबत ना आए जैसी अब दरपेश है । उन्हों ने कहा कि कुछ खिलाड़ियों को ब्रेक दिए जाने की ज़रूरत है ताकि वो अपनी खामियों का जाइमा लेकर उन्हें दूर कर सकें। सेलेक्शन कमेटी को कुछ तब्दीलियां करनी होंगी ।

कुछ खिलाड़ी हैं जिन्हें ब्रेक की ज़रूरत है । एक और साबिक़ कप्तान सौरभ गांगोली ने कहा कि कई मसाइल हैं जिन में बढ़ती उम्र फ़न्नी खामियां वगैरह जिन की वजह से टीम को शिकस्त हुई है । उन्हों ने कहा कि कुछ खिलाड़ियों की उम्रे बढ़ रही हैं। उन्हों ने मुल़्क की तवील अर्सा तक ख़िदमत की है लेकिन 39 साल की उम्र में वो टेस्ट क्रिकेट के लिए फिट नहीं हैं।

कुछ खिलाड़ियों जैसे गौतम गंभीर और महेंद्र सिंह धोनी में फ़न्नी खामियां हैं। सहवाग सीरीज़ में नाकाम हैं। इन तमाम मसाइल को जल्द अज़ जल्द दूर करने की ज़रूरत है वर्ना हम मज़ीद नीचे चले जाएंगे। साबिक़ क्रिकेट संजय मंजरेकर ने कहा कि सेलेक्टर्स को चाहीए कि वो खिलाड़ियों का इंतिख़ाब पूरी एहतियात से करें। इस बात को ज़हन में रखना चाहीए कि कौन सा खिलाड़ी हालात को जल्द समझ सकता है और अपने खेल में तबदीली ला सकता है ।

क़दम बह क़दम आगे बढ़ते हुए इक़दामात करने होंगे । धोनी भी फ़ार्म में नहीं हैं जिस से उन की क़ियादत मुतास्सिर हो रही है । ताहम उन्हों ने धोनी की तबदीली की हिमायत नहीं की । साबिक़ क्रिकेट निखिल चोपड़ा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में शिकस्त के बाद कई खामियां सामने आई हैं और उन्हें फ़ौरी दूर करने की ज़रूरत है ।

मौजूदा सूरत-ए-हाल काबिल तशवीश है और हम को उसे सुधारने केलिए फ़ौरी तौर पर इक़दामात करने चाहिऐं।