सीने तक पानी में डूबकर तिरंगे को सलाम करने वाला लड़का अब NRC से बाहर

पिछले साल 15 अगस्त को वायरल हुए एक फोटो ने देश भर के लोगों को देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत कर दिया था. इस फोटो में असम के धुबरी जिले में दो बच्चे एक प्राइमरी स्कूल परिसर में सीने तक पानी में डूबे हुए तिरंगे झंडे को सलामी देते दिख रहे हैं. अब एक चौंकाने वाली खबर आई है कि इनमें से एक बच्चे का नाम असम के नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन्स (NRC) में शामिल नहीं है.

फोटो में दोनों बच्चों के साथ उनके दो टीचर भी सलाम देते दिख रहे हैं. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार इनमें से एक बच्चे, नौ साल के हैदर खान का नाम असम में हाल में जारी एनआरसी के फाइनल ड्राफ्ट में शामिल नहीं है. दिलचस्प यह है कि हैदर के अलावा उसके परिवार के सभी लोगों जैसे मां जैगुन खातून, 12 वर्ष के एक भाई और छह साल की एक बहन और उसके दादा आलम खान का नाम एनआरसी में शामिल है.

हैदर के पिता रुपनल खान की साल 2011 में कोकराझार में हत्या कर दी गई थी. अखबार से बात करते हुए धुबरी जिले के बरकलिया-नसकारा गांव में रहने वाले हैदर ने कहा, ‘मैं एनआरसी के बारे में नहीं जानता. हमारे इलाके के समझदार लोग जो बताएंगे, मैं वही करूंगा.’

जब उससे वायरल फोटो के बारे में पूछा गया तो उसने बताया, ‘सब कुछ पानी में डूब गया था. स्कूल में जहां राष्ट्रीय झंडा फहराया जा रहा था, वहां अन्य बच्चे जाने से डर रहे थे. लेकिन जियारुल और मैं तैरकर उस जगह पहुंचे और झंडे को सलामी दी.’

गौरतलब है कि इस फोटो को स्थानीय प्राइमरी स्कूल के एक टीचर मिजानुर रहमान ने अपलोड किया था और यह वायरल हो गया था.

हैदर की मां ने उसके एनआरसी से बाहर होने के बारे में स्थानीय एनआरसी सेवा केंद्र में शिकायत दर्ज कराई है. असम में जारी एनआरसी के फाइनल ड्राफ्ट में राज्य के 40 लाख लोग शामिल नहीं हैं. हैदर के दादा का नाम 1951 की एनआरसी में था.