सीबीआइ के हत्थे चढ़े डिप्टी डायरेक्टर सउद अंसारी

दरख्त लगाने के नाम पर डीवीसी का 40 लाख रुपये गबन करने के मामले में सीबीआइ ने मिट्टी तहफ्फुज महकमा हजारीबाग के डिप्टी डायरेक्टर रहे सउद अंसारी को गिरफ्तार किया है। उन्हें उनके खानदानी घर मगरीबी बंगाल के व‌र्द्धमान से मंगल को पकड़ा गया। बुध को उन्हें सीबीआइ के खुसुसि जस्टिस आरके चौधरी की अदालत में पेश किया गया।

यहां से इन्हें 16 सितंबर तक अदालती हिरासत में जेल भेज दिया गया। सउद समेत सात के खिलाफ दरख्त लगाने के नाम पर 2008-10 के दरमियान फॉल्स मेजरमेंट बुक के जरिये डीवीसी के 40 लाख रुपये गबन करने का इल्ज़ाम है। डीवीसी ने अपने इलाक़े में दरख्त लगाने के लिए 40 लाख रुपये मिट्टी तहफ्फुज महकमा को दिए थे। इसमें गड़बड़ी की बात सामने आयी थी।

मामले को लेकर सीबीआइ में 21 जुलाई 2011 को सनाह दर्ज की गई थी। इसमें तिलैया के सीनियर रेंजर अपूर्व विश्वास, गिरिडीह के सीनियर रेंजर समीर खंतिया, मैथन के रेंजर दीपांकर हलधर, मैथन के जोनल ऑफिसर आलोक कुमार बंदोपाध्याय, हजारीबाग के डिप्टी डायरेक्टर जोयदीप प्रसाद और मो. मुस्तकीम अंसारी को मुल्ज़िम बनाया गया था। मामले में आलोक कुमार बंदोपाध्याय ने अदालत में पेशगी जमानत दरख्वास्त दाखिल की है। इस पर 16 सितंबर को सुनवाई होनी है।