सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) ने बोर्ड एग्जाम को फिर से मंजूरी दे दी है। यानी अगले सेशन से दसवीं क्लास में पढ़ रहे स्टूडेंट्स को बोर्ड का एग्जाम देना होगा। खबरों के मुताबिक, यह फैसला मंगलवार (20 दिसंबर) को लिया गया है।
गौरतलब है कि CBSE ने छह साल पहले दसवीं में बोर्ड की परीक्षा देने को वैकल्पिक कर दिया था। उस वक्त यानी 2009 में Continuous and Comprehensive Evaluation (CCE) को लाया गया था। तब स्टूडेंट के पास विकल्प था कि वह बोर्ड का पेपर दे या फिर CCE वाला। बोर्ड एग्जाम मार्च 2018 में होंगे। तय किया गया है कि 80 प्रतिशत नंबर बोर्ड के पेपर और 20 प्रतिशत इंटरनल एसेसमेंट के होंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक, CBSE की गवर्निंग बॉडी के सदस्यों ने एक सर्वे करवाया था। उसमें यह बात निकलकर सामने आई कि ज्यादातर लोग चाहते हैं कि दसवीं में बोर्ड की फिर से वापसी हो जाए। फिलहाल जो स्टूडेंट दसवीं क्लास में पढ़ रहे हैं उनपर इस फैसले का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। वह उसी फॉर्मेट में एग्जाम देते रहेंगे जिसमें पिछले छह सालों से हो रहे थे।