सीमांध्र को ख़ुसूसी मौक़िफ़ देने की मुख़ालिफ़त

तेलंगाना के सनअतकारों और तिजारती इदारों ने सीमांध्र को ख़ुसूसी मौक़िफ़ दिए जाने मर्कज़ के फ़ैसले की मुख़ालिफ़त की। जबकि ईसी तरह का मौक़िफ़ तेलंगाना को भी देने का मुतालिबा किया गया।

इन सनअतकारों और ताजिर बिरादरी ने कहा कि इस ख़ुसूसी पैकेज में कई एक मुराआत और सनअतों के लिए टैक्स रियायतें भी दी जा रही हैं जिस से तेलंगाना इलाके में मनफ़ी असरात मुरत्तिब होसकते हैं।

क्युंकि यहां पर सनअतें इस क़ाबिल नहीं रहेंगी कि वो आंध्र प्रदेश को हासिल होने वाले सब से बड़े टैक्स छोटा का मुक़ाबला करसकें। सीमांध्र के साथ हम को तमाम टैक्स रियायतों में कंपनी के फ़रोख़त मालिया का तक़रीबन 15 फ़ीसद हासिल है।

अगर इन सनअतों को इस तरह की रियायतें मिलें तो तेलंगाना में कोई भी सनअतकार अपने यूनिट्स क़ायम करने नहीं आएगा। अगर पड़ोसी रियासतों में पुरकशश इक़दामात किए जा रहे हैं तो तेलंगाना में पहले से मौजूद सनअतें दम तोड़ देंगी और वो सीमांध्र में मिलने वाली राहत से इस्तिफ़ादा करने के लिए सनअतकार उधर मुंतक़िल होजाएंगे।

माई होम ग्रुप के चैरमैन रामेश्वर राव‌ ने कहा कि तेलंगाना के साथ सारा जुनूबी हिंद मनफ़ी असरात का शिकार होगा। तेलंगाना में सनअती तरक़्क़ी में मुनाक़िदा सेमीनार से ख़िताब करते हुए रामेश्वर राव‌ और दुसरे मुक़र्ररीन ने इस मसले को उठाया और मर्कज़ की तवज्जा इस तरफ मबज़ूल करवाई।

तेलंगाना इंडस्ट्रियलिस्ट फेडरेशन के सदर के सुधीर रेड्डी ने कहा कि इन का ग्रुप सीमांध्र को ख़ुसूसी मौक़िफ़ देने की मुख़ालिफ़त करता है क्युंकि दोनों इलाक़ों के लिए यकसाँ मवाक़े हासिल नहीं होंगे। हम सीमांध्र वालों के लिए किसी मालीयाती पैकेज के ख़िलाफ़ नहीं हैं लेकिन इस में यकसाँ इंसाफ़ होना चाहीए।