विज़ारत फ़रोग़ इंसानी वसाइल ने सीमांध्र इलाके में एक आई आई टी एक आई आई एम और तीन मर्कज़ी यूनीवर्सिटीज़ के क़ियाम को मंज़ूरी देदी है।
अलाहिदा रियासत तेलंगाना की तशकील के मर्कज़ी हुकूमत के फैसले के ख़िलाफ़ सीमांध्र इलाक़ा में बड़े पैमाने पर एहतिजाज फूट पड़ा था। विज़ारत ने इन आला तालीमी इदारों के क़ियाम के ताल्लुक़ से अपने फैसले से वज़ारतेदाख़िला को वाक़िफ़ करवा दिया है।
वज़ारते दाख़िला ने तेलंगाना मसले पर तशकील दिए गए वज़ारती ग्रुप को मुख़्तलिफ़ तजावीज़ रवाना करदी हैं जो अवाम और दूसरों की तरफ से उसे पेश किए गए थे।
ज़राए ने कहा कि इस फैसले को ग़ौर-ओ-ख़ौज़ के लिए वज़ारती ग्रुप से रुजू किया जाएगा। वज़ारत ने सीमांध्र इलाके में आई आई इस ई आर और ट्रीप्पल आई टी के क़ियाम को भी मंज़ूरी देदी है। इस इजाज़त का मक़सद दर असल दोनों इलाक़ों तेलंगाना और सीमांध्र के माबेन जहां तक अहम तरीन और आला तालीमी इदारों का सवाल है तवाज़ुन क़ायम करना है। ज़राए ने कहा कि इन तालीमी इदारों के क़ियाम का मक़सद इस बात को भी यक़ीनी बनाना है कि सीमांध्र इलाके से ताल्लुक़ रखने वाले तलबा को ज़्यादा से ज़्यादा तालीमी मवाक़े दस्तयाब हूँ।
सीमांध्र इलाके में इस तरह के तालीमी इदारों के क़ियाम के लिए एक अंदाज़ा के मुताबिक़ 6000 ता 7000 करोड़ रुपये की सरमाया कारी की ज़रूरत होगी।