सीमा आंध्र और तेलंगाना के साथ इंसाफ़ के बाद रियासत को तक़सीम का मश्वरा

सीमा आंध्र की नुमाइंदगी करने वाले मर्कज़ी वज़ीर टेक्स्टाईल के एस राव ने टेबल आइटम के तौर पर काबीना इजलास में तेलंगाना बिल लाने और रियासत की तक़सीम के तरीके कार पर सख़्त एतराज़ किया। दोनों इलाक़ों से मसावी इंसाफ़ करने के बाद ही रियासत को तक़सीम करने का मर्कज़ को मश्वरा दिया।

रियासत को तक़सीम करने के फ़ैसले पर नज़रेसानी ना करने की सूरत में सीमा आंध्र के कांग्रेस क़ाइदीन अवाम की राय को एहमीयत देने का मर्कज़ी हुकूमत को इंतिबाह दिया। आज मीडिया से बात-चीत करते हुए के एस राव ने रियासत की तक़सीम की मुख़ालिफ़त करते हुए कहा कि वो रियासत को मुत्तहिद रखने के हामी है।

उन्हों ने कहा कि रियासत को तक़सीम करने का अहम मसअला होने के बावजूद काबीना इजलास में उस को टेबल आइटम के तौर पर पेश करते हुए सिर्फ़ घंटा देढ़ घंटा में उस को मंज़ूरी दी गई है।

सारी तरक़्क़ी हैदराबाद और इस के अतराफ़ और अकनाफ़ हुई है। हैदराबाद की तरक़्क़ी में रियासत के तमाम अफ़राद का मुकम्मल तआवुन है। ताहम मर्कज़ ने रियासत की तक़सीम के मुआमले में सिर्फ़ तेलंगाना वालों को एहमीयत दी है। सीमा आंध्र अवामी जज़बात को फ़रामोश कर दिया है।