कांग्रेस के सीनियर रुक्न असेंबली साबिक़ रियासती वज़ीर जे सी दीवाकर रेड्डी ने कहा कि मुत्तहदा आंध्र की ताईद में सीमा आंध्र के नुमाइंदगी करने वाले अरकान असेंबली अरकान पार्लीयामेंट को इस्तीफ़ा देने की ज़रूरत नहीं है। असेंबली और पार्लीयामेंट में तेलंगाना की क़रारदाद और बिल को शिकस्त देने के लिए ऐवानों की रक्नीत बरक़रार रखना ज़रूरी है।
आज मीडिया से बात चीत करते हुए जे सी दीवाकर रेड्डी ने कहा कि सीमा आंध्र के अवाम रियासत की तक़सीम के लिए राज़ी नहीं है और मुत्तहदा आंध्र की ताईद में एहतेजाज कर रहे हैं। अवामी जज़बात का एहतेराम करते हुए कांग्रेस के अवामी मुंतख़ब नुमाइंदे तैयार है ताहम अब इस्तीफ़ा पेश कर देने के लिए कोई भी तैयार नहीं है क्यों कि सी डब्ल्यू सी और यू पी ए में तेलंगाना रियासत तशकील देने का फैसला करने के बाद काबीना नोट तैयार हो रहा है।
अगर इस्तीफ़े पेश कर दीए जाते हैं तो असेंबली और पार्लीयामेंट में क़रारदाद और बिल मंज़ूर हो जाएगा । दोनों ऐवानों में क़रारदाद और बिल को शिकस्त देने के बाद तमाम क़ाइदीन मुशतर्का तौर पर मुस्ताफ़ी होते हुए रियासत में सयासी बोहरान पैदा करेंगे।