ए पी एन जी औज़ के सदर अशोक बाबू ने इल्ज़ाम आइद किया कि सीमा आंध्र के अरकान पार्लियामेंट और मर्कज़ी वुज़रा ओहदों और पैकेज के लिए रियासत की तक़सीम पर राज़ी होचुके हैं। अशोक बाबू ने सीमा आंध्र क़ाइदीन की जानिब से रियासत की तक़सीम को रोकने की कोशिशों के बजाय इलाक़े के लिए पैकेज के हुसूल की कोशिशों पर सख़्त तन्क़ीद की।
उन्होंने कहा कि 20 दिसम्बर से मुलाज़िमीन सरकार और तलबा को फिर एक मर्तबा एजीटेशन के लिए तैयार हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मर्तबा एजीटेशन ना सिर्फ़ रियासती हुकूमत बल्कि मर्कज़ी हुकूमत पर असरअंदाज़ होगा। मर्कज़ी हुकूमत के दफ़ातिर में काम काज की इजाज़त नहीं दी जाएगी।
उन्होंने सीमा आंध्र क़ाइदीन से मुतालिबा किया कि वो अवामी जज़बात का एहतेराम करते हुए रियासत की तक़सीम को रोकने की कोशिश करें। अशोक बाबू ने कहा कि आंध्र प्रदेश की अवाम की अक्सरियत रियासत की तक़सीम के ख़िलाफ़ है और वो गुज़िश्ता 110 दिन से सीमा आंध्र के 13 अज़ला में मुसलसल एहतेजाज कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगर सीमा आंध्र क़ाइदीन रियासत की तक़सीम को क़बूल करते हुए सीमा आंध्र के लिए पैकेज पर राज़ी हूजाएंगे तो अवाम उन्हें मुनासिब सबक़ सिखाएंगे। ए पी एन जी औज़ के सदर ने कहा कि उनकी तंज़ीम रियासत की तक़सीम को हरगिज़ क़बूल नहीं करेगी क्योंकी तक़सीम की सूरत में दोनों इलाक़ों के अवाम के मसाइल में मज़ीद इज़ाफ़ा होगा।
उन्होंने मर्कज़ से मांग की कि वो रियासत की तक़सीम की कोशिशों से दसतबरदारी इख़तियार करें। उन्होंने कहा कि अगर तेलंगाना बिल असैंबली और पार्लियामेंट में पेश होता है तो सीमा आंध्र से ताल्लुक़ रखने वाले अरकान की ज़िम्मेदारी है कि वो बिल को शिकस्त दें। अशोक बाबू ने बताया कि बहुत जल्द ए पी एन जी औज़ का इजलास मुनाक़िद होगा जिस में एहितजाजी लायेहा-ए-अमल को क़तईयत दी जाएगी