सीमा आंध्र में शदीद हंगामे , फ़ौज की तलबी ,सदर राज का इमकान

कांग्रेस और यू पी ए की तरफ से अलैहदा तेलंगाना रियासत तशकील देने की मंज़ूरी देने के बाद सीमा आंध्र में हालात इंतेहाई ख़राब होगए।

एहतेजाज तशद्दुद में तबदील होजाने के बाद रियास्ती हुकूमत ने मर्कज़ से फ़ौज तलब करली है। रियासत में सदर राज नाफ़िज़ होने के आसार पैदा होगए हैं।

रियासत को मुत्तहिद रखने के लिए मर्कज़ और कांग्रेस हाईकमान पर दबाव‌ डालने के लिए 8 वुज़रा ने अपने स्तीफ़े चीफ़ मिनिस्टर को पेश करदिए।

इस के अलावा कांग्रेस के 20 और तेलुगूदेशम के 16 जुमला 36 अरकान असेंबली ने स्तीफ़े पेश करदिए हैं। हुकमरान कांग्रेस के अवामी मुंतख़ब अरकान के स्तीफ़ों को रोकने के लिए दिल्ली से 2 ए आई सी सी मुबस्सिरीन हैदराबाद पहूंच गए हैं।

उन्होंने चीफ़ मिनिस्टर कैंप ऑफ़िस पर चीफ़ मिनिस्टर , सदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अलावा वुज़रा से तक़रीबन 4 घंटों तक मुलाक़ात की और स्तीफ़े ना देने का मश्वरह दिया।

दिल्ली में कांग्रेस के रुकन राज्य सभा डक्टर के वि पी रामचंद्र राव के घर रात 10 बजे सीमा आंध्र की नुमाइंदगी करने वाले मर्कज़ी वुज़रा और कांग्रेस के अरकान-ए-पार्लीमैंट ने र मीटिंग मुनाक़िद किया।

अरकान-ए-पार्लीमैंट स्तीफ़ा देने के लिए अपने साथी अरकान पर दबाव‌ डाल रहे हैं। स्तीफ़ों के मसले पर वुज़रा टाल मटोल की पालिसी इख़तियार कररहे हैं।

स्तीफ़ा पेश करने वाले कांग्रेस के रुक्ने असेंबली शाहजहां बाशा , अरकान क़ानूनसाज़ कौंसिल मुहम्मद जानी, शेख़ हुसैन, तेलुगूदेशम के रुक्ने असेंबली अबदुलग़नी भी शामिल हैं।

आज दिन भर हैदराबाद में सीमा आंध्र क़ाइदीन स्तीफ़े देने के अलावा मुस्तक़बिल की हिक्मत-ए-अमली तैयार करने में मसरूफ़ रहे।

दूसरी तरफ सीमा आंध्र में एहतेजाज , तशद्दुद का रुख़ इख़तियार करचुका है। आज भी कई मुक़ामात पर जवाहर लाल नहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी के मुजस्समों को नुक़्सान पहूँचा या गया।

ज़िला चित्तूर में कांग्रेस की सदर सोनीया गांधी की अर्थी जलूस निकाला गया। तलबा ने एहतेजाज करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी हिंदुस्तान की बेटी थी, लिहाज़ा बहैसीयत माँ उन्होंने आंध्र प्रदेश को तक़सीम करने की मुख़ालिफ़त की थी लेकिन सोनीया गांधी ग़ैरमुल्की है, इस लिए उन्होंने सौतेली माँ का रोल अदा करते हुए रियासत को तक़सीम करने की मंज़ूरी दी है।

रियासत की तक़सीम के ख़िलाफ़ मुत्तहदा आंध्र जवाइंट ऐक्शण कमेटी की तरफ से 72 घंटों का एहतेजाज और बंद मनाने का ऐलान किया था।

दूसरे दिन भी सीमा आंध्र में बंद मनाया गया जिस से आम ज़िंदगी मफ़लूज होगई। सड़कों पर एहतेजाज किया गया। एहतिजाज में आर टी सी के ड्राईवरस और कंडक्टर्स भी शामिल होगए जिस से ट्रांसपोर्ट निज़ाम दिरहम ब्रहम होगया।