सीरियल किलर, जो छोटी लड़कियों को बलात्कार और हत्या करने से पहले पैरों को तोड़ना पसंद करता था, गिरफ्तार

गुरुग्राम : हरियाणा के गुरुग्राम में पिछले सप्‍ताह 3 साल की बच्‍ची से दुष्‍कर्म और बेरहमी से हत्‍या का आरोपी पकड़ा गया है। जांच एजेंसियों के मुताबिक, वह सीरियल किलर है और खास तौर पर मासूम बच्‍च‍ियों को अपना शिकार बनाता था। वह उन्‍हें चॉकलेट, मिठाइयां और अन्‍य चीजों का लालच देकर अपने पास बुलाता था और फिर अपने हवस को अंजाम देकर बेरहमी से उनकी हत्‍या कर देता था।

पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक, गुरुग्राम में 12 नवंबर को 3 साल की मासूम से रेप व दुष्‍कर्म के आरोपी ने ऐसी कम से 9 घिनौनी वारदातों को अंजाम दिया। वह खास तौर पर झुग्गी-झोपड़ियों की लड़कियों को अपना शिकार बनाता था। उसकी नजर हमेशा अकेली बच्‍ची को तलाशती थी, जिन्‍हें बहला-फुसलाकर वह अपने साथ ले जाता था और फिर अपनी घिनौनी करतूतों का शिकार बनाता था। लेकिन वह लगातार पुलिस की गिरफ्त से बचता रहा।

‘टाइम्‍स ऑफ इंडिया’ के अनुसार, पुलिस ने गुरुग्राम रेप व मर्डर केस में जिस आरोपी को पकड़ा है, वह 20 साल का युवक है और उसका नाम सुनील बताया जा रहा है। आरोपी से पूछताछ और शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस ने जो कुछ भी बताया, वह दिल को दहला देने वाला है। पुलिस के मुताबिक, रेप से पहले वह ईंट से मारकर मासूम बच्चियों के पैर तोड़ देता था।

गुरुग्राम में 12 नवंबर को भी उसने इसी हैवानियत के साथ बच्‍ची की हत्‍या कर दी थी। बच्‍ची का सिर कुचला हुआ मिला था, जिस पर संभवत: ईंट से वार किया गया था। उसके प्राइवेट पार्ट में लकड़ी की स्टिक भी मिली थी। पुलिस के अनुसार, उसने सबसे पहले 2016 में 4 साल की बच्‍ची को अपना शिकार बनाया था, जिसे उसने एक मंदिर से अगवा किया था। बच्‍ची का शव उस साल 27 नवंबर को सोहना रोड पर ओमैक्‍स मॉल के पीछे झाड़‍ियों में मिला था।

इसके 2 महीने बाद जनवरी 2017 में भी उसने 5 साल की एक बच्‍ची से दरिंदगी की थी, जिसका सड़ा-गला शव 20 दिन बाद बरामद किया गया था। इन दोनों लड़कियों के भी सिर व पैर पर चोट के निशान पाए गए थे। हालांकि पिछले करीब 2 साल में पुलिस उसके बारे में सुराग लगाने में विफल रही। पुलिस का कहना है कि इसकी एक वजह तो यह रही कि उसका कोई स्‍थाई ठिकाना नहीं था। वह भंडारों में भोजन करता था और कहीं भी सो जाता था। लेकिन उसकी नजर हमेशा अकेली बच्‍च‍ियों पर होती थी।

दूसरा, वह मोबाइल फोन का भी इस्‍तेमाल नहीं करता था, जिसके कारण सर्विलांस के जरिये उसका पता नहीं लगाया जा सका। पुलिस का कहना है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान उसने दिल्‍ली में 4 लड़कियों, ग्‍वालियर में 1 और झांसी में भी एक अन्‍य मासूम को निशाना बनाने की बात कबूली, जबकि गुरुग्राम में उसने ऐसी 3 वारदातों को अंजाम दिया।