दमिश्क में रात से असद समर्थको और विरोधी गुटो में दंगे भड़के हुए है, यह दंगे उस समय भड़के जब पानी की समस्या को लेकर मध्यस्था करने आए अधिकारी की हत्या कर दी गई, एक अनुश्रोता ने रविवार को बताया|
शुक्रवार को सरकारी अधिकारी, राजधानी की पानी की सप्लाई बहाल करने के लिए दमिश्क के पास के वाड़ी बराड़ा इलाके में पहुचे थे| यह इलाका पहले विरोधियों के कब्ज़े में था|
“तभी आधी रात के समय, मध्यस्था करने आए अधिकारी की एक बंदूकधारी ने गोली मार कर हत्या कर दी, जिसके बाद इस इलाके में शासन बलों ,हेज़बोल्ला लड़ाके और विरोधियों के बीच भयंकर लड़ाई छिड़ गई,” ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ के रामी अब्देल रहमान ने बताया|
‘घड़बन’ उस समय अपने समूह के साथ ‘ऐन अल-फ़िजेह पानी स्रोत’ के रास्ते में थे, घड़बन की हत्या के बाद,” शासन बल और उनके सहियोगियो ने ऐन अल-फ़िजेह की तरफ बढ़ने की कोशिश करी, “उन्होंने विरोधियो के ठिकानो पर भारी गोलाबारी शुरू कर दी, रहमान ने बताया|
दोनों धड़ो ने, सेवानिवृत सेना अधिकारी, जिसने शनिवार को ही पानी बहाल करने का कार्यभार संभाल था, की हत्या का आरोप एक दूसरे पर लगाना शुरू कर दिया|
कार्यकर्ताओँ और सामाजिक संगठनो ने, इस हटाया की निंदा करते हुए कहा है की, यह काम प्रसाशन द्वारा इस नियत से कराया गया है जिसे ” शांतिपूर्ण तरीके से किसी नतीजे पर पंहुचा ना जा सके|