अमेरिकी सदर बराक ओबामा ने ईरान को सीरिया के साथ हुए समझौते से सबक लेने की नसीहत दी है। ओबामा के मुताबिक अगर ईरान यह सोच रहा है कि न्यूक्लीयर हथियार बनाने पर उन्हें बख्श दिया जाएगा तो उसकी सोच गलत है। उन्हें चाहिए कि वे ऐसे ही किसी सिफारती हल से अमन रकरार रखने के बारे में सोचें। हमले की तैयारी से दबाव बनाकर हम ईरान से भी समझौता कर सकते हैं।
दूसरी ओर, सीरिया पर रूस और अमेरिका के समझौते पर अक्वाम ए मुत्तहदा की सलामती कौंसिल (United Nations Security Council) के पांचों मुस्तकिल अराकान ने मुहर लगा दी है। फ्रांस के वज़ीर ए खारेज़ा लॉरेन फैबियस के साथ मुलाकात के बाद चीन के वज़ीर ए खारेज़ा वांग यी ने समझौते का खैरमकदम करते हुए बीजिंग में कहा कि इससे सीरिया में तनाव कम करने में मदद मिलेगी। समझौते के बाद चीन का यह पहला रद्दे अमल है। ब्रिटेन के वज़ीर ए खारेज़ा विलियम हेग ने समझौते पर खुशी जतायी है।
ओबामा ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने ईरान के सदर हसन रूहानी को खत लिखा है। उन्होंने यह नहीं बताया कि खत में क्या लिखा गया है। । ओबामा के मुताबिक व्लादिमीर पुतिन सीरिया के सदर बशर अल असद को बचा रहे हैं।
इसबीच, अकवाम ए मुत्तहदा ने सीरिया का किमीयाई हथियार समझौते में शामिल होने की दरखास्त को कुबूल कर लिया है। दुनिया में सबसे बड़ा किमीयाई हथियारों का जखीरा रखने वाले सीरिया ने जुमेरात के दिन दरखास्त किया था। इसके तहत किमीयाई हथियारों की पैदावारी और ज़खीरे पर रोक है। समझौते में शामिल होने वाले मुल्को को किमीयाई हथियारों के मौजूदा ज़खीरा को खत्म करना होता है।
अकवाम ए मुत्तहिदा के तर्जुमान ने बताया, जनरल सेक्रेटरी ने सीरिया के इस कदम का खैरमकदम किया है। समझौते में शामिल होने के एक महीने बाद यह 14 अक्टूबर से लागू हो जाएगा। इस बीच, अमेरिका के दो सीनीयर रिपब्लिकन सीनेटरों ने जॉन मैक्केन और लिंडसे ग्राहम ने समझौते की मुज़म्मत करते हुए कहा है कि हम इस बात को लेकर फिक्रमंद हैं कि हमारे दोस्त और मुखालिफीन मुल्क इसे अमेरिका की कमजोरी के तौर पर देखेंगे।