बेरूत । शाम की फ़ौज ने आज बाग़ीयों के क़ब्जे कि धमाकों हालात वाले अहम शहर हिमस के नज्दीकी इलाकों पर शलबारी और बमबारी की।
एसा मालूम होता हैकि बशर असद की फ़ौज इस इलाके में दाख़िल होने के लिए तैयार है जो कई माह से हुकूमत के क़बजे से बाहर है। बर्तानिया में क़ायम शामी इंसानी हुक़ूक़ नगर इनकार तंज़ीम और मुक़ामी सहायता कमेटीयों ने शलबारी से ख़ालिदया में हलाक होने वालों की तादाद का इन्किशाफ़ नहीं किया।
ऑनलाइन शलबारी की झलकियां पेश की गई हैं, जो शौकिया फोटोग्राफर्स ने फ़िल्मबंद की हैं, जिस में एक ड्रोन विमान को हिमस पर मंडलाता दिखाया गया है। आज का ये हादिसा दो दिन पहले हिमस में लगभग 80 लोग जिन में औरतों और बच्चों के क़तल के बाद सामने आया है।
इंटरनेशनल रेडक्रास कमेटी के तर्जुमान(अनुवादक) हिशाम हुसैन ने प्रैस कान्फ़्रैंस में कहा कि शाम में इंसानी हुक़ूक़ की हालत काफि हद तक खराब होती जा रही है। बहुत जयादा तनाव के हालात पाये जाते हैं। होला और हिमस में बल्कि मुल्क के दुसरे कई इलाक़ों में हालात बहुत जयादा खराब है। अप्पोज़ीशन और हुकूमत होला में हुए क़तल के लिए एक दूसरे पर इल्ज़ाम लगा रहे हैं।
हिशाम हुसैन ने कहा कि शुमाली शहर अदलीब, मशरिक़ी सूबा बैरूत ज़ोन और साहिली इलाक़ा लताक्या में ताज़ा तरीन हमलों के वाक़ियात पेश आए हैं। दो दिन पहले मिज़्राता अलक़बीर में जो कि 160 लोगों को शामिल खैतीबाडी करने वालों का छोटा सा देहात है, उन में जयादा तादाद बुद्दुवों कि है। फायरिंग करके और ख़ंजरज़नी के ज़रीये यहां पर उन की कम से कम आधि तादाद को हलाक कर दिया गया है, जिस की पुरी दुनिया में बुराइ की गई है।