सदर जमहूरीया(राष्ट्रपति) प्रानब मुकर्जी पीर को अकावनटनट जनरलस की तीन रोज़ा कान्फ़्रैंस का इफ़्तिताह(उद्घाटन) करेंगे जिस में ऑडिट के अमल(प्रक्रिया) को मज़ीद मुस्तहकम(स्थिर) करने के इक़दामात(उपायों) पर ग़ौर किया जाएगा। इस कान्फ़्रैंस से ख़िताब(संबोधित) करने वालों में स्पीकर लोक सभा मीरा कुमार वज़ीर फ़ैनानिस पी चिदम़्बरम सदर नशीन पब्लिक अकाउंट्स कमेटी मुरली मनोहर जोशी और सदर नशीन पब्लिक अंडर टेकनस कमेटी जगदंबे गोपाल भी शामिल हैं।
कंपटरोलर एंड आडीटर जनरल ने एक बयान में ये बात बताई । सी आई जी की तरफ से इस कान्फ़्रैंस(सम्मेलन) का इनइक़ाद(आयोजन) अमल में लाया जा रहा है और ये कान्फ़्रैंस 8 से 10 अक्टूबर मुनाक़िद(आयोजित ) होगी । सी ए जी विनोद राय भी इफ़्तिताही सशन से ख़िताब(उद्घाटन सशन को संबोधित) करेंगे ।
तीन दिन तक चलने वाली इस कान्फ़्रैंस में ऑडिट के अमल को मुस्तहकम करने ऑडिट के तरीखेकार और ऑडिट कारकर्दगी(प्रदर्शन) में दरपेश नए चैलेंजस पर तबादला ख़्याल किया(विचार उल्लेखनीय ) जाएगा। बयान में कहा गया है कि हिंदूस्तानी अवामी ज़िंदगी में अब शऊर में इज़ाफ़ा(समझ में वृद्धि) होगया है और अवाम चाहते हैं कि अवामी शोबा की ख़िदमात(सार्वजनिक क्षेत्र की सेवा) में एहतिसाब(जवाबदेही ) और शफ़्फ़ाफ़ियत लाई जाय ।
इसे मे सी ए जी मुल्क में मआशी(आर्थिक) कारकर्दगी और मूसिर हुक्मरानी(प्रभावी शासन) पर नज़र रखने का एक मूसिर इदारा है और अवाम की तवक़्क़ुआत(अपेक्षाओं) इस से वाबस्ता(जुड़े) हैं।