सी पी आई का बिहार इंतेख़ाबात पर तबादला-ए-ख़्याल

नई दिल्ली: आइन्दा बिहार इंतेख़ाबात उन कलीदी मसाइल में से एक होंगे जिन पर सी पी आई की क़ौमी काउंसिल अपने तीन रोज़ा इजलास के दौरान जिस का मंगल से आग़ाज़ होरहा है तबादला-ए-ख़्याल करेगी। बिहार इंतेख़ाबात के अलावा सी पी आई अवामी बुनियादों तंज़ीमी फ़ैसलों पर जो कांग्रेस ने किए हैं अमलावरी और काश्तकार दुश्मन और मज़दूर दुश्मन इस्लाहात पर मर्कज़ की मुख़ालिफ़त शामिल होंगे पार्टी ज़राए के बमूजब बिहार असेम्बली इंतेख़ाबात का मसला तबादला-ए-ख़्याल केलिए पेश किया जाएगा।

पार्टी अपने काउंसिल के अरकान की राय हासिल करना चाहेगी कि कैसे इंतेख़ाबात के लिए इत्तेहाद क़ायम किए जाएं और इंतेख़ाबात में मुक़ाबला किया जाये। तीन रोज़ा इजलास ऐसा अव्वलीन इजलास है जो पार्टी की जारीया साल मार्च में मुनाक़िदा 22वीं कांग्रेस के बाद मुनाक़िद किया जा रहा है।

इस इजलास का 30जून से चन्दीगढ़ में आग़ाज़ होगा। इमकान है कि बिहार असेम्बली इंतेख़ाबात सितम्बर या अक्टूबर में मुनाक़िद किए जाऐंगे। इत्तेहाद के सिलसिले में क़तई अपील का फ़ैसला जुलाई के दूसरे हफ़्ता में किया जाएगा और क़ब्लअज़ीं बाएं बाज़ू की दीगर पार्टीयों खासतौर पर सी पी आई एम के साथ मुशावरत की जाएगी।

सी पी आई ने जे डी ( यू) के साथ जो अब जनता परिवार है 2014 के लोक सभा इंतेख़ाबात में इत्तेहाद करचुकी है। कम्यूनिस्ट पार्टी में अब इंतेज़ार करो और देखो की पालिसी इख़तियार की है ताकि असेम्बली इंतेख़ाबात केलिए परिवार के साथ इत्तेहाद किया जा सके। ज़राए के बमूजब सी पी आई के लिए अभी सूरत-ए-हाल वाज़िह नहीं है इस लिए क़तई फ़ैसला सूरत-ए-हाल का वस्त जुलाई में जायज़ा लेने के बाद ही किया जाएगा।

ज़राए ने मज़ीद कहा कि हालिया क़ौमी और बैन-उल-अक़वामी तबदीलीयां भी इजलास में तबादले ख़्याल का मौज़ू होंगी।