नई दिल्ली 03 जनवरी:कमीयूनिसट पार्टी आफ़ इंडिया (सी पी आई) लीडर ए बी बर्धन का जिन्होंने 1990 के दहिय में क़ौमी सतह पर मख़लूत सियासत के बहुत मुश्किल दौर में पार्टी को आगे बढ़ाया, तवील अलालत के बाद जी पी पंत हॉस्पिटल में इंतिक़ाल हुआ। 92 साला बर्धन जिनके पसमानदगान में फ़र्ज़ंद अशोक और दुख़तर अलका शामिल हैं, पार्टी की तरफ़ से बताया गया कि दोशंबा 4 जनवरी को उन की आख़िरी रसूम अदा की जाएँगी। सी पी आई लीडर को पिछ्ले माह लक़वा से दो-चार होने के बाद हॉस्पिटल में शरीक किराया गया था। इन की शरीक-ए-हयात और नागपुर यूनीवर्सिटी की प्रोफेसर का 1986 में ही इंतिक़ाल हो गया था।
बर्धन 1957 में चुनाव सियासत में दाख़िल हुए जब उन्होंने महाराष्ट्रा असेंबली चुनाव में आज़ाद उम्मीदवार की हैसियत से कामयाबी हासिल की थी लेकिन उन्हें लोक सभा और राज्य सभा इलेक्शन में कामयाबी नहीं मिली। बाद में वो हिन्दुस्तान की क़दीम तरीन ट्रेड यूनीयन ऑल इंडिया ट्रेड यूनीयन कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी और फिर सदर बने। वो 90 के दहिय में दिल्ली की सियासत को मुंतक़िल हुए और सी पी आई के डिप्टी जनरल सेक्रेटरी बने। वो 1996 में पार्टी के जनरल सेक्रेटरी की हैसियत से इंद्रजीत गुप्ता के जांनशीन बने थे।