मर्कज़ी जांच ब्यूरो (सी बी आई) ने बरी फ़ौज के सरबराह जनरल वी के सिंह से इनके इस ब्यान के सिलसिले में बाज़ाबता शिकायत दर्ज कराने को कहा है कि उन्हें एक मख़सूस कंपनी की ग़ैर मयारी गाड़ियां पास कराने के लिए 14 करोड़ रुपये की रिश्वत पेश की गई थी।
सी बी आई के एक अफ़्सर ने आज ये बताया कि जनरल मौसूफ़ से बा ज़ाब्ता शिकायत दर्ज कराने को कहा गया था लेकिन अब तक उन की शिकायत मौसूल नहीं हुई है। तफ़सीलात और शिकायत मौसूल होई के बाद ही एजेंसी इस सिलसिले में छानबीन शुरू करेगी।
सी बी आई को वज़ारत-ए-दिफ़ा की जानिब से मुआमला की जांच के लिए रेफ़रेंस मौसूल हुआ है और ज़ाब्ता के मुताबिक़ इस पर अमल किया जाएगा।वज़ीर-ए-दिफ़ा ए के अनटोनी ने कल राज्य सभा में ये एतराफ़ किया था कि जनरल सिंह ने रिश्वत की पेशकश वाले वाक़िया की उन्हें इत्तिला दी थी लेकिन वो ख़ुद नहीं चाहते थे कि इस मुआमले को आगे बढ़ाया जाए।
याद रहे कि सिर्फ दो रोज़ क़ब्ल सी बी आई ने जनरल वी के सिंह से दरख़ास्त की थी कि वो इस मुआमला में एक बाक़ायदा शिकायत दाख़िल करें लेकिन उन्होंने कोई पेशरफ़्त नहीं की।