फिजा की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए अब पुलिस उनके पड़ोसी के सीसीटीवी कैमरों की मदद लेगी। एसएसपी गुरप्रीत भुल्लर के मुताबिक फिजा और उनके घर के पीछे रहने वाले रामकृष्ण फुलिया के बीच तनाज़ा (झगड़ा) चल रहा था।
तनाज़े का सबब ( वज़ह) फुलिया की तरफ से अपने घर में फिजा के घर की तरफ लगाए गए सीसीटीवी कैमरे थे। अब वही कैमरे फिजा के साथ हुई किसी भी तरह की अनहोनी का सुराग देंगे।
फिज़ा के घर से कोई ऐतराज़ करने वाली चीज बरामद नहीं हुई है एसएसपी भुल्लर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पुलिस उन सीसीटीवी कैमरों की फुटेज लेकर जांच करेगी। उन्होंने कहा कि फिजा केस में पुलिस ने धारा 174 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। फिजा के घर से मिली चीजों की भी जांच की जा रही है।
सारी सैंपलिंग एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हुई है और उसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फिजा के बदन पर जख्म के निशान न मिलने के बाद सिविल अस्पताल के डाक्टरों ने उनके औरगंस ( Organs/अंगों ) के सैंपल केमिकल जांच के लिए भेज दिए हैं। मोहाली पुलिस के अफसरों का कहना है कि केमिकल जांच से पता चल सकेगा कि फिजा के अंदरूनी अंगों में कोई चोट तो नहीं लगी थी। इसके अलावा पुलिस को उम्मीद है कि विसरा रिपोर्ट आने के बाद मौत का सही वजह और दिन का पता चल सकेगा।
एसएसपी गुरप्रीत भुल्लर ने बताया कि फिजा के वकील मित्र अजीत सिंह हुड्डा से मंगलवार को पुलिस ने पूछताछ की है। फिजा एक अगस्त की शाम को हुड्डा के साथ ही एक रेस्टोरेंट गई थीं। उसके बाद फिजा से मोबाइल पर भी उनकी बात हुई थी। इसके अलावा मोहाली पुलिस ने पंचकूला में एक मीडियाकर्मी से भी पूछताछ की है। फिजा कुछ दिन पहले तक उन्हीं के फ्लैट पर रहती थीं।
फिजा के घर से मिले एक रेस्टोरेंट के फूड पैक और व्हिस्की के क्वार्टर की जांच स्टेट फूड लैबोरेटरी चंडीगढ़ से कराई जाएगी, ताकि साफ हो सके कि खाने-पीने की किसी चीज में जहर तो नहीं मिलाया गया था। यह इत्तेला एसएसपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने प्रेस कांफ्रेंस में दी।
अंतिम रसूमात हिन्दू रिवाज़ के मुताबिक सेक्टर-25 के शमशान घाट में किया गया। इस दौरान मुसलिम समुदाय ( Muslim Comunity) से ताल्लुक रखने वाले फिजा-ए-हिंद पार्टी के कारकुन (कार्यकर्ता) भी वँहा पहुंचे। उन्होंने कहा कि वे फिजा को दफनाए जाने की बात सोचकर आए थे, लेकिन माहौल देखकर सभी लोग खामोश रहे।