राजद सरबराह लालू प्रसाद ने कहा कि बिहार में सुखाड़ की हालत काफी संगीन है। हुकूमत को एक महीने पहले ही सुखाड़ का ऐलान करना चाहिए था। अब इससे किसानों को कोई खास फायदा नहीं होनेवाला है। वह मरकज़ से सुखाड़ की हालत से निबटने के लिए खुसुसि पैकेज देने की मांग करेंगे। जल्द ही मरकज़ी ज़राअत वज़ीर शरद पवार और मरकज़ी खज़ाना वज़ीर पी चिदंबरम से इस मसले पर बात करेंगे। मिस्टर प्रसाद दिल्ली जाने से पहले एयरपोर्ट पर सहफ़ियों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वज़ीर आला नीतीश कुमार ने सुखाड़ की हालत पर पहले ध्यान नहीं दिया। जब सब कुछ बरबाद हो गया है, तब सुखाड़ की ऐलान की गयी है। अगर एक माह पहले ऐलान की जाती, तो किसानों को राहत मिलती। अब तो भदई फसल को छोड़िए रबी फसल पर भी बाहरन है।
गोवर्नर को मेमोरेंडम : इधर, राजद किसान सेल के रियासती सदर मुंद्रिका सिंह यादव ने कहा कि हुकूमत ने 33 अज़ला को सूखाग्रस्त ऐलान किया है, लेकिन अरवल को छोड़ दिया गया है। जबकि इस जिले के पांच ब्लॉकों में तीन करपी, कुर्था और सोनभद्रवंशी सूर्यपुर शत-फीसद असिंचित इलाका है। यहां बारिश के सबब में भदई फसल बर्बाद हो गयी है। राजद किसानों की मसायल और सुखाड़ की हालात को लेकर मुसलसल धरना प्रदर्शन के जरिये से हुकूमत का जेहन मतवाज़ा कराता रहा है। गोवर्नर को 52 नुकाती मांगों को लेकर मेमो भी सौंपा गया है।