हैदराबाद 22 जुलाई: मुसलमानों की तालीमी और मआशी पसमांदगी का जायज़ा लेने के लिए क़ायम करदा सुधीर कमीशन आफ़ इन्क्वारी तवक़्क़ो है कि आइन्दा माह हुकूमत को अपनी रिपोर्ट पेश कर देगा। कमीशन आफ़ इन्क्वारी में रिपोर्ट की तैयारी का काम शुरू कर दिया है और अगस्त के पहले हफ़्ते में वो बहरसूरत चीफ़ मिनिस्टर के हवाले करने का ख़ाहां है। कमीशन के सदर नशीन रिटायर्ड आईएएस ओहदेदार जी सुधीर और दुसरे अरकान रिपोर्ट की तैयारी में शब-ओ-रोज़ मसरूफ़ हैं और वो अपनी सिफ़ारिशात को भी तक़रीबन क़तईयत दे चुके हैं। रिजर्वेशन के बारे में मुसलमानों में शऊर बेदारी और हुकूमत पर बढ़ते हुए दबाव को देखते हुए कमीशन आफ़ इन्क्वारी ने भी अपने काम में तेज़ी पैदा कर दी है।
कमीशन के सदर नशीन चाहते हैं कि मीयाद की तकमील से एक माह पहले ही हुकूमत को रिपोर्ट पेश कर दी जाये। कमीशन की मीयाद 30 सितम्बर को ख़त्म होगी और कमीशन अगस्त के इब्तेदा में अपनी रिपोर्ट पेश कर देगा। बावसूक़ ज़राए के मुताबिक़ कमीशन ने मुसलमानों को रिजर्वेशन की फ़राहमी की सिफ़ारिश को शामिल किया है रिजर्वेशन के फ़ीसद के यकीन का इख़तियार हुकूमत पर छोड़ दिया जाएगा।
कमीशन का ये एहसास है कि तालीमी और मआशी शोबाजात में मुसलमानों को रिजर्वेशन फ़राहम करते हुए उनके मियार-ए-ज़िंदगी को बेहतर बनाया जा सकता है। इस के अलावा सरकारी और ग़ैर सरकारी सतह पर मुसलमानों में तालीम के हुसूल का शऊर बेदार करने के लिए बाक़ायदा मुहिम चलाने की ज़रूरत है। कमीशन आफ़ इन्क्वारी ने तालीम में रिजर्वेशन के साथ साथ उन्हें हुकूमत की तरफ से मुख़्तलिफ़ तरग़ीबात और मुराआत फ़राहम करने की सिफ़ारिश को अपनी रिपोर्ट में शामिल किया है।