हुसूल तेलंगाना के लिए जिस तरह सब ने मुत्तहदा तौर पर हिस्सा लिया था, इसी तरह सुनहरे तेलंगाना की तशकील के लिए बाहम मिल कर कोशिश करनी होगी। ये बात गर्वनमेंट चीफ़ विहिप के इश्वर ने कही।
चीफ़ विहिप का हलफ़ लेने के बाद पहली बार करीमनगर आमद पर वो यहां ज़ेड पी मीटिंग हाल में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडीया से ख़िताब कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पार्टी की तशकील से लेकर आज तक में ने एक फ़र्ज़शनास सिपाही की तरह ख़िदमात अंजाम दी हैं। उन्होंने कहा कि तशकील तेलंगाना में ज़िला करीमनगर का रोल अहम रहा है, इस लिए ज़िला को चाहे जितने अहम ओहदे हवाले किए जाएं फिर भी कम हैं, फिर भी ज़िला को दो वुज़रा और कुछ काबीनी सतह के ओहदे हवाले किए गए।
जेड पी चेयरपर्सन फ़ला अम्मा ने मुख़ातब करते हुए कहा कि 2001से रियासत की तशकील तक काबिले सताइश किरदार निभाने वाले के इश्वर को के सी आर ने काबुल लिहाज़ मुक़ाम दिया है।
एम पी विनोद कुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में के इश्वर को उनकी ख़िदमात के लिहाज़ से ओहदे और ज़िम्मेदारीयां हवाले की जाएंगी। एम एलए गनगोला कमलाकर ने कहा कि ज़िला को पहली मर्तबा चीफ़ विहिप का ओहदा मिलना इंतेहाई ख़ुशी की बात है।
इस मौके पर टी आर एस ज़िला सदर ए शंकर रेड्डी, जेड पी चेयरपर्सन रानी रेड्डी राज रेड्डी, सरदार रवींद्र सिंह, जेड पी टी सी शर्त राव, सदम वीनू, ए श्रीनिवास, के संध्या रानी, एस वीरीशम, लची रेड्डी, मंजवा रेड्डी, वि रमेश, सुर्यकांत रेड्डी, जमीलुद्दीन, के रेवती राव, तिरूपति नाविक वग़ैरा भी मौजूद थे।
क़ब्लअज़ीं के इश्वर का पुरजोश अंदाज़ में शनगरम के पास ख़ौरमक़दम किया गया और बादअज़ां कसरत से मुबारकबाद देते हुए तहनियत पेश की गई।