नई दिल्ली, ०१ फरवरी (पी टी आई) 2G स्पेक्टरम मुक़द्दमा पर सुप्रीम कोर्ट की सरज़निश के बाद अपोज़ीशन सयासी जमातों ने हुकूमत को तन्क़ीदों का निशाना बनाया है ।
बी जे पी ने कहा कि सी वे सी तनाज़ा के बाद वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह को अदालत ने दूसरी मर्तबा माख़ूज़ किया है लेकिन वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर ने कहा कि ये धक्का नहीं बल्कि दरहक़ीक़त हुकूमत के मुख़ालिफ़ बदउनवानी इक़दामात की तौसीक़ है।
सुप्रीम कोर्ट के ज़ाहिर करदा एहसासात की अपोज़ीशन और हुकूमत की जानिब से अलग अलग तशरीह की जा रही है ।
बी जे पी ने तवक़्क़ो ज़ाहिर की कि सुप्रीम कोर्ट की सरज़निश के बाद मनमोहन सिंह सहीह सबक़ हासिल करेंगे और मुस्तक़बिल में किसी बद उनवान वज़ीर का दिफ़ा नहीं करेंगे । कांग्रेस ने कहा कि अदालत ने किसी तरह के सख़्त अहकामात सादर नहीं किए और किसी वज़ीर को मुजरिम नहीं क़रार दिया। कांग्रेस का ये दावा है कि बी जे पी ऐसे मुआमला को गैर ज़रूरी उछाल रही है।
बी जे पी तर्जुमान रवी शंकर प्रसाद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आज का फैसला यू पी ए हुकूमत को माख़ूज़ करने की वाज़िह मिसाल है । बिलख़सूस वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की कारकर्दगी पर तन्क़ीद की गई है। उन्हों ने कहा कि वज़ीर-ए-आज़म ने ए राजा को बेगुनाही की सनद दे दी थी और इस मुआमला में मख़लूत हुकूमत की पेचीदगियों का ज़िक्र किया था ।
उन्हों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उसे किसी मुआमलात के लिए चार माह की मोहलत मुक़र्रर करते हुए कुरप्शन के ख़िलाफ़ लड़ाई को एक नई जिहत अता की है। वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर ने ताहम इस फैसला को हुकूमत के लिए धक्का क़रार देने से गुरेज़ किया और कहा कि वो अदालत की हिदायत का जायज़ा ले रहा है ।
वज़ीर-ए-आज़म के दफ़्तर से जारी करदा बयान में कहा गया है कि हम इस हक़ीक़त का ख़ैर मुक़द्दम करते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के मुअज़्ज़िज़ जज साहिबान ने वज़ीर-ए-आज़म के साथ मुकम्मल इंसाफ़ किया और उन के दफ़्तर की जानिब से फ़राइज़ की अदाएगी पर सताइश भी की ।
मर्कज़ी वज़ीर दाख़िला पी चिदम़्बरम ने भी अदालत के फैसला का ख़ैर मुक़द्दम करते हुए कहा कि इस से हुक्काम को नई रहनुमाए हिदायात मिली हैं। बी जे पी ने इस फैसला के फ़ौरी बाद मनमोहन सिंह और चिदम़्बरम पर तन्क़ीद की ।
मर्कज़ी वज़ीर क़ानून सलमान ख़ूर्शीद ने भी अपोज़ीशन के इस इल्ज़ाम को मुस्तर्द कर दिया कि 2G मुक़द्दमा में सुप्रीम कोर्ट के ज़ाहिर करदा एहसासात हुकूमत के लिए धक्का हैं। उन्हों ने कहा कि ये मुआमला एक उसे वज़ीर से ताल्लुक़ रखता है जो फ़िलहाल ख़िदमात अंजाम नहीं दे रहे हैं। सलमान ख़ूर्शीद ने कहा कि उन्होंने सिर्फ फैसला के अहम हिस्सों के बारे में सुना है और अदालती अहकामात का मुकम्मल जायज़ा लेने के बाद ही तबसरा करेंगे ।