रियासत की तक़सीम से मुताल्लिक़ बिल पर असेंबली में मुख़ालिफ़त करने के लिए सीमांध्र के गैरकांग्रेसी पार्टियों के मेंबराने असेंबली का तआवुन लेने का फ़ैसला वज़ीर-ए-आला किरण कुमार रेड्डी और सीमांध्र से मुंसलिक वज़ीर-ओ-मेंबराने असेंबली ने लिया हैं। . ज़राए से मौसूल ख़बर के मुताबिक़ तक़सीम बिल को मर्कज़ी हुकूमत पार्लियामेंट में पेश करने से पहले ही मर्कज़ को चैलेंज देते हुए सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करने का फ़ैसला भी लिया गया है।
तक़सीम से मुताल्लिक़ मुसव्वदा बिल को मर्कज़ी काबीना ने हरी झंडी दिखाने के बाद सीएम कैंप ऑफ़िस में आज रात 9 बजे तक मुनाक़िद सीमांध्र के वज़ीर, कांग्रेसी रुक्ने असेंबली और क़ानूनसाज़ कौंसिल के अरकान के इजलास में बिल और तक़सीम को रोकने के बारे में बहस हुई।
ज़राए ने बताया कि असेंबली में सीमांध्र इलाक़े के अराकान-ए-असेंबली के दरमियान फ़्लोर को अार्डिनेशन हासिल कर बिल की सख़्त मुख़ालिफ़त करने और वोटिंग के लिए दबाव डालने का फ़ैसला इजलास में लिया गया है। बताया जा रहा है कि तेलंगाना बिल की मुख़ालिफ़त करने तेलुगू देशम, वाई एस आर कांग्रेस लोकसत्ता, सी पी एम और मजलिस अराकान-ए-असेंबली का तआवुन लेने का फ़ैसला किया गया है।
किरण कुमार रेड्डी ने इस मुआमले को लेकर मुख़्तलिफ़ सियासी जमातों से राबिता करने की ज़िम्मेदारी वज़ीर आनम रामनारायण रेड्डी, गंटटा श्रीनिवास राव, रघुवीरा रेड्डी और शैलजा नाथ के हवाले कर दी है। बताया गया है कि असेंबली में बिल की मुख़ालिफ़त करने के बावजूद सदर ने बिल पार्लियामैंट में भेजा तो सुप्रीम कोर्ट में मर्कज़ी हुकूमत को चैलेंज देते हुए दरख़ास्त दायर करने का फ़ैसला इजलास के दौरान लिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट में ख़ुद वज़ीर-ए-आला के ओहदे में किरण और सीमाध्र के वज़ीर भी ज़ाती तौर पर दरख़ास्त दायर करने का फ़ैसला किया है।