नई दिल्ली
रिपब्लिकन पार्टी आफ़ इंडिया के सरबराह राम दास उठावले ने आज हुकूमत से मुतालिबा किया है कि सुप्रीम कोर्ट में दर्ज फ़हरिस्त ज़ातों-ओ-क़बाइल से कम अज़ कम एक जज को नुमाइंदगी दी जाये। वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी को मौसूमा एक मकतूब में उन्होंने बताया कि पेशरू हुकूमत इस ख़ुसूस में अपने वादे से ककर गई थी और कोई अमली इक़दाम नहीं किया था।
उन्होंने बताया कि साल 2010 में चीफ़ जस्टिस आफ़ इंडिया की हैसियत से जस्टिस के जी बालाकृष्णन की सुबुकदोशी के बाद एक भी जज एससी और एसटी से नामज़द नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में फ़िलहाल दो जजों के ओहदे मख़लवा हैं जिस पर एक पसमांदा तबक़े से वाबस्ता जज का तक़र्रुर किया जा सकता है।