सुप्रीम कोर्ट में मर्कज़ की दरख़ास्त पर आज समात

नई दिल्ली

सुप्रीम कोर्ट में कल मर्कज़ की जानिब से दाख़िल करदा दरख़ास्त की समात की जाएगी। ये दरख़ास्त मर्कज़ी हुकूमत के मुलाज़मीन और ओहदेदारों के ख़िलाफ़ रिश्वत सतानी की तहक़ीक़ात करने इंसिदाद रिश्वत सतानी ब्रांच को बाज़ रखने केलिए दिल्ली हुकूमत के इख़्तयारात को सल्ब करने की ख़ातिर अपनी जानिब से जारी करदा आलामिया को मुश्तबा क़रार देने हाइकोर्ट के फ़ैसले के ख़िलाफ़ दाख़िल की गई है।

जस्टिस ए के सीकरी और यू यू ललित पर मुश्तमिल बेंच के सामने मर्कज़ की दरख़ास्त पेश की गई है। ऐडिशनल सॉलीसिटर जनरल महिन्द्र सिंह ने मर्कज़ की जानिब से पैरवी करते हुए ये एहसास ज़ाहिर किया कि मर्कज़ के आलामिया को मुश्तबा क़रार देते हुए हाइकोर्ट ने जो रोलिंग दी है वो सरासर ग़ैर यक़ीनी है।

इस रोलिंग से मर्कज़ी हुकूमत के नज़म-ओ-नसक़ को काम करने में मुश्किलात दरपेश होंगी। उन्होंने कहा कि दस्तूर के आर्टीकल 239AA को वाज़िह तौर पर समझने की ज़रूरत है। इस आर्टीकल में दिल्ली हुकूमत और लेफ्टेनेंट‌ गवर्नर के दरमियान यकसाँ इख़्तयारात दिए गए हैं।

जब बेंच ने कहा कि हाइकोर्ट ने सिर्फ़ लफ़्ज़ मुश्तबा इस्तेमाल किया है तो ऐडीशनल सॉलीसिटर जनरल ने कहा कि इस पर वज़ाहत ज़रूरी है|