सुब्रत रॉय की प्रापर्टी 682 अरब रूपए

सुप्रीम कोर्ट के हुक्म पर गिरफ्तार हुए मुल्क के मशहूर ताजिर और सहारा इंडिया के चीफ सुब्रत रॉय तेजतर्रार और पुरअसरार सनअतकारों में से एक हैं। सहारा ग्रुप के पास 682 अरब रूपए की प्रापर्टी है। उनका कारोबार गैर मुल्कों में भी है। वह न्यूयॉर्क के लैंडमार्क प्लाजा होटल और लंदन के ग्रॉसवेनर हाउस के मालिक हैं।

सहारा इंडिया हिंदुस्तानी हॉकी टीम की स्पांसर भी है। साथ ही उनकी फोर्स इंडिया नाम की फॉर्मूला वन टीम में हिस्सेदारी है। फायनेंस सेक्टर से अपना कारोबार शुरू कर वह मैन्युफैक्चरिंग , हवाबाज़ी (Aviation) और मीडिया के सेक्टर में भी गए और आज 11 लाख से ज़्यादा मुलाज़्मीन को सहारा इंडिया मुल्क में रोजगार देने वाली प्राइवेट सेक्टर की सबसे बडी कंपनी है।

सुब्रत रॉय अपने ऐश व आराम की मुकम्म्ल ज़िंदगी और ऊंची सियासी पहुंच को लेकर अकसर सुर्खियों में रहते आए हैं। वह सुपरस्टार अमिताभ बच्चन को अपना दोस्त बताते हैं तो साबिक ब्रितानी वज़ीर ए आज़म टोनी ब्लेयर के साथ कंधा मिलाते नजर आते हैं।

साल 2004 में हुई सुब्रत रॉय के दोनों बेटों की शादी का जश्न करीब एक हफ्ते तक मनायी गयी थी। इसे इस सदी की सबसे मशहूर हिंदुस्तानी शादी बतायी गयी थी और यह शादी मीडिया में छाई रही थी। शादी के प्रोग्राम में करीब दस हजार लोग शामिल हुए थे।

इसमें कारोबारी हस्तियां, बॉलीवुड के सितारे, क्रिकेट खिलाडी और फैशन की दुनिया के दिग्गज शामिल हुए थे। इन मेहमानो को खुसूसी तैय्यारे से लखनऊ ले जाया गया था। स वक्त से वज़ीर ए आज़म अटल बिहारी वाजपेयी भी दुल्हा और दुल्हन को दुआ देने के लिये पहुँचे थे।

सुब्रत रॉय के नाकदीन कहते हैं कि वह अपनी कंपनी को एक मसलक की तरह चलाते हैं और ख़ुद को कंपनी का मैनेजिंग वर्कर बताते हैं। वह ख़ुद को सहारा परिवार का सरपरस्त बताते हैं। सहारा चीफ ठाठ बाट से जीते हैं और वह लखनऊ में रहते हैं।

उनके पास रोल्स रॉयस, बेंटली और बीएमडब्लू जैसी महंगी कारों का बेडा है। एक ज़ाती शहर में बना उनका एक घर लाखों डॉलर की लागत से तैयार हुआ है जो कि ब्रिटेन के शाही निवास बकिंघम पैलेस की कापी है। उनके पास ज़ाती तैय्यारे और हेलिकॉप्टरों का अपना बेड़ा है। उनका एक घर अमेरिकी सदर के दफ्तर व्हाइट हाउस की तरह बना है। 65 साल के सहारा प्रमुख को मुल्क का सबसे मूसिर ताजिर बताया जाता है।

लेकिन इस वक्त सुब्रत रॉय गुजश्ता वजुहात से सुर्खियों में हैं। इंवेस्टर्स के करोडों रूपए न लौटा पाने के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट में पेश न होने की वजह से अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। उनकी दो कंपनियों ने 5 साल पहले करीब 240 अरब रूपए एक गैर कानूनी बॉन्ड के जरिए जुटाए थे।

अदालत के हुक्म के बाद भी वह इंवेस्टर्स को रकम लौटाने में नाकाम रहे हैं। अलग-अलग वजुहात बताकर सुब्रत रॉय अदालत में पेश होने से बचते रहे हैं।