सुब्रमण्यम स्वामी को दिया अरुण जेटली ने सबक़, “व्यक्तिगत हमले ना करें”

वित्त मंत्री अरूण जेटली ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर किसी तरह के हमले की निंदा करते हुए आज कहा कि बहस मुद्दों व नीतियों को लेकर होनी चाहिए ना  कि व्यक्तियों के बारे में।

जेटली ने हालांकि इस बारे में टिप्पणी से इनकार किया कि राजन का कार्यकाल बढेगा या नहीं।

राजन का मौजूदा तीन साल का कार्यकाल इस साल सितंबर में समाप्त हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि भाजपा सांसद सुब्रमणियन स्वामी व कुछ अन्य वर्गों की ओर से राजन पर बराबर हमले किये जा रहे हैं। इन लोगों का आरोप है कि रिजर्व बैंक गवर्नर ब्याज दरों को नीचे लाने तथा अर्थव्यवस्था को गति देने में विफल रहे हैं इसलिए उन्हें हटाया जाए या कम से कम उन्हें सेवा विस्तार नहीं मिले।

जेटली ने यहां पीटीआई भाषा को एक साक्षात्कार में कहा,‘ जहां तक व्यक्तित्व का सवाल है तो मैं किसी के द्वारा भी की गई किसी तरह की टिप्पणी को मंजूर नहीं करता हूं क्योंकि रिजर्व बैंक तथा इसका गवर्नर भारतीय अर्थव्यवस्था की एक महत्वपूर्ण संस्था है।’ छह दिन की जापान यात्रा पर जेटली ने कहा,‘ लोगों को सभी मुद्दों व नीतियों पर बहस को तैयार रहना चाहिए, उन्हें इन नीतियों के समर्थन या उनकी आलोचना का अधिकार है। लेकिन इसे व्यक्तियों पर टीका टिप्पणी का रूप नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि इससे मुद्दा गौण हो जाता है।’ स्वामी ने राजन पर बार बार निशान साधते हुए उन पर ब्याज दरों को अनावश्यक रूप से उंची रखने सहित अनेक आरोप लगाए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ही पखवाड़े में दो पत्र लिखकर राजन को हटाने की मांग की है।

जेटली ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक एक महत्वपूर्ण संस्थान है और कोई इसके फैसले से सहमत या असहमत हो सकता है। उन्होंने कहा,‘ मुद्दों पर बहस’ तो ठीक है लेकिन इसे ‘व्यक्तियों पर बहस’ में नहीं बदलना चाहिए।

 

(भाषा)