सुराग़ रसानों की चौकसी के बावजूद धमाका

दहश्तगरदों और इंतहापसंदों का मक़सद ख़ौफ़ फैलाना और अदम इस्तिहकाम
मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम का पार्लीमैंट के दोनों ऐवानों में ब्यान
नई दिल्ली । 7 । सितंबर (पी टी आई) नई दिल्ली में आज एक बार फिर दहश्तगर्द हमला किया गया। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने आज इज़हार-ए-अफ़सोस करते हुए कहा कि हाइकोर्ट के क़रीब आज बम धमाका सुराग़ रसानों की चौकसी के बावजूद हुआ। चौकसी में दिल्ली पुलिस भी शामिल थी। जिसे जुलाई से ही सख़्त चौकस हालात में रखा गया था। उन्हों ने पार्लीमैंट से कहा कि मौजूदा मरहला पर इस ग्रुप की निशानदेही नामुमकिन है जो इस हमला के पसेपर्दा है। ताहम कहा कि हुकूमत को दहश्तगर्द ग्रुपस की जानिब से इस की कोई इत्तिला नहीं दी गई। ताहम हुकूमत इस दहशतनाक जुर्म के मरतकबीन की शनाख़्त करने का अज़म वासिक़ किए हुए है और उन्हें इंसाफ़ के कटहरे में खड़ा करेगी । लोक सभा और राज्य सभा में यकसाँ नौईयत का ब्यान देते हुए मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम ने कहा कि दिल्ली दहश्तगर्द ग्रुपस का हदफ़ है और पार्लीमैंट का इजलास जारी है। साल के दीगर औक़ात में भी दार-उल-हकूमत दिल्ली में सख़्त चौकसी इख़तियार की जाती है। पी चिदम़्बरम ने कहा कि सुराग़ रसां महिकमा मुस्तक़िल तौर पर दिल्ली पुलिस को सुराग़ रसानी इत्तिलाआत में शरीक किया करते हैं। बाअज़ ग्रुपस की जानिब से लाहक़ खतरों से मुताल्लिक़ सुरागों की इत्तिला जुलाई 2011 -ए-में भी दिल्ली पुलिस को दी जा चुकी थी। उन्हों ने दहश्तगर्द हमला के दूसरे वाक़िया के बारे में जो दिल्ली हाइकोर्ट के क़रीब अंदरून तीन माह पेश आया है , कहा कि फ़िलहाल इस ग्रुप की निशानदेही नामुमकिन है जिस ने बम धमाका किया है । उन्हों ने कहा कि दहश्तगर्द ग्रुपस के मक़ासिद ख़ौफ़ फैलाना और मुल्क को ग़ैर मुस्तहकम करना है । चिदम़्बरम ने कहा कि हमारा ज़हन इस बारे में बिलकुल साफ़ है। दहश्तगर्द कार्यवाईयों का किसी भी वजह से जवाज़ पैदा नहीं किया जा सकता। हुकूमत मुत्तफ़िक़ा तौर पर आज के दहश्तगर्द हमला की मुज़म्मत करती है। उन्हों ने पार्लीमैंट और पूरे मुल्क से अपील की कि वो मुत्तहिद और पर अज़म रहीं। उन्हों ने कहा कि फ़िलहाल हमें किसी किस्म की इश्तिआल अंगेज़ी का मुज़ाहरा नहीं करना चाहीए।