सुल्तानपुर- बीजेपी और गठबंधन प्रत्याशी के बीच तीखी झड़प, मेनका गाँधी बोलीं- गुंडई नहीं चलेगी

लोकसभा चुनाव के छठवें चरण का मतदान चल रहा है. पूरे देश में मतदाताओं में मतदान के प्रति खासा जोश देखने को नजर आ रहा है. वहीं सुल्तानपुर सीट से भाजपा की प्रत्याशी मेनका गांधी ने गठबंधन प्रत्याशी सोनू सिंह पर उम्मीदवार को डराने धमकाने का आरोप लगाया है.

पोलिंग बूथ पर सोनू और मेनका गांधी के बीच बहस भी हुई. सुल्तानपुर की मायंग बूथ पर मेनका और सोनू के बीच तीखी बहस हुई. दोनों नेताओं के बीच विवाद होते-होते बचा. मेनका ने सोनू से कहा कि गुंडई नहीं चलेगी. मेनका गांधी ने जैसे उनसे ये बात बोली तो तो उनके समर्थक नारेबाजी करने लगे. दोनों के बीच काफी गहमा-गहमी हो गई. फिलहाल सोनू ने अपने समर्थकों को बवाल करने से रोका.

लोकसभा चुनाव 2019 के छठे चरण के लिए आज यानी रविवार, 12 मई को सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होगा. इस चरण में सात राज्यों की कुल 59 लोकसभा सीटों पर जनता अपना सांसद चुनेगी. इनमें उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की 10, बिहार और मध्य प्रदेश की 8-8, दिल्ली की 7 और झारखंड की 4 सीटें शामिल हैं. सुल्तानपुर में भी आज वोट डाले जा रहे हैं.

इन बड़े चेहरों पर होगी नजर
छठे चरण में तकरीबन सभी पार्टियों के कई बड़े नेताओं की किस्मत का फैसला होना हैं. इनमें राधामोहन सिंह, डॉ. हर्षवर्धन, मेनका गांधी, अखिलेश यादव, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे कई नेताओं के नाम हैं.

10 करोड़ 18 लाख हैं मतदाता 
छठे चरण में कुल 10 करोड़ 18 लाख मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करेंगे. इनमें 5 करोड़ 43 लाख पुरूष मतदाता हैं जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 4 करोड़ 75 लाख हैं. इस चरण में कुल 1,13,167 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं.

सबसे ज्यादा BJP के प्रत्याशी
छठे चरण में भाजपा- 54, बसपा- 49, कांग्रेस- 46, शिवसेना- 16, आप- 12, टीएमसी-10, आईएनएलडी-10, सीपीआई-7, सीपीएम-6 और 769 निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं. इन सभी पार्टियों और प्रत्याशियों ने अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए जमकर प्रचार किया है.

ये लोकसभा सीटें हैं अहम
इस चरण में मध्य प्रदेश की मुरैना-गुना-भोपाल, उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर-इलाहाबाद-आजमगढ़, बिहार की पूर्वी चंपारण, हरियाण की हिसार-रोहतक-सोनीपत और दिल्ली की उत्तर-पूर्वी दिल्ली-चांदनी चौक-पूर्वी दिल्ली पर विशेष निगाहें होंगी.

NDA पर पिछला प्रदर्शन दोहराने का दबाव
लोकसभा चुनाव 2014 में इन 59 में से 46 यानी 78% सीटों पर एनडीए ने जीत हासिल की थी. राजनीतिक जानकारों की मानना है कि इस बार एनडीए को विपक्षी पार्टियों से कड़ी टक्कर मिल रही है. ऐसे में एनडीए के लिए अपना पिछला प्रदर्शन दोहरा पाना आसान नहीं होगा.

UP की इन 14 सीटों पर सबकी निगाह
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए इस चरण में उत्तर प्रदेश की 14 सीटें काफी अहम हैं. क्योंकि भाजपा ने 2014 में इनमें से 13 सीटों पर जीत दर्ज की थी. केवल आजमगढ़ लोकसभा सीट ही भाजपा की सपा के खाते में चली गई थी. यहां से सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को जीत मिली थी.