बीजेपी के बाद शिवसेना के निशाने पर इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आ गए हैं। शिवसेना ने नीतीश कुमार के पीएम बनने की कोशिश, शराबबंदी मुहिम, लालू यादव और उनके बेटों सहित माफिया सरगना शहाबुद्दीन से दोस्ती जैसे मुद्दों पर जमकर तंज कसा है शिवसेना का कहना है कि नीतीश कुमार बिहार छोड़कर उत्तर प्रदेश के चक्कर में बिजी हैं। दूसरी ओर बिहार में सुशासन के नाम पर आई सरकार की नाक के नीचे गैंगरेप और टॉपर्स स्कैम हो रहा है।
शिवसेना के न्यूज़पेपर ‘सामना’ के संपादकीय में बताया गया है कि बिहार में आम आम बिल्कुल भी सुरक्षित नंहीं हैं। डॉक्टर्स, इंजीनियर्स और कारोबारियों को अपनी जान बचाने के लिए अपराधियों को रकम चुकाना पड़ता है। बच्चे बिना पढ़े टॉप कर जाते हैं और महिलाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है। सुशासन के नाम पर जनता ने सूबे की बागडोर ऐसे हाथों में सौंप दी है जो अपराधियों को संरक्षण दे रही है और अपराधियों को आगे बढ़ा रही है।