सुशील मोदी का नीतीश को चैलेन्ज, इशरत मामले में पहले तेजप्रताप पर केस करें

पटना : साबिक नायब वज़ीरे आला सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार इशरत मामले पर पहले अपने वजीर तेजप्रताप पर केस करें। तेजप्रताप ने कहा है कि नीतीश कुमार का इशरत को बिहार की बेटी बताना सही था। अब्दुल गफूर ने कहा था कि इशरत पर कुछ भी गलत नहीं कहा गया। कौमी सदर शरद यादव ने तो इशरत को मुल्क की बेटी बताकर तारीफ़ किया है। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार पहले इन सब पर तो कार्रवाई करें। अली अनवर समेत जदयू के तर्जुमान ने मुसलसल इशरत को बिहार की बेटी बताया, क्या बिना नीतीश कुमार की मंजूरी के कोई पार्टी तर्जुमान अपने मन से कुछ बोल सकता है? नीतीश कुमार का पूरा हिमायत मिले बिना जदयू में कुछ भी हो सकता है क्या? तो फिर नीतीश कुमार किसे भरमा रहे हैं और किसे केस करने की धमकी से डराना चाहते हैं? इन्तिखाबी में इसका फायदा लेने के लिए एक तबके को इन्ट्रेक्ट करने के लिए इशरत की तारीफ़ किया गया और अब इलेक्शन दूर है तो पल्ला झाड़ रहे हैं।

जनता दरबार के बाद सहाफियों से बात करते हुए मोदी ने कहा- नीतीश कुमार बताएं कि अफजल गुरु को फांसी की तीसरी बरसी पर प्रोग्राम मुनाक्किद करना और फिर भारत मुखालिफत नारे लगाना क्या मुल्क के गद्दार नहीं है? जेएनयू में क्या हो रहा है? दुर्गापूजा करने पर खास पार्टी से जुड़े लोग महिषासुर जयंती मनाने लग जाते हैं। यह सब क्या है? क्या यही बोलने की आजादी है? इशरत अगर दहशतगर्द नहीं थी तो तीन दहशतगर्दों के साथ क्या कर रही थी? इशरत और कन्हैया ने बिहार को शर्मसार किया है। लेफ्ट कीज हमदर्दी शुरू से ही चीन-रूस के साथ रही है। इसीलिए तो त्रिपुरा तक महदूद हो गए। इनके पीछे खड़े होकर नीतीश कुमार आखिर कैसी मुल्क के साथ मुहब्बत का सबूत दे रहे हैं?