बिहार में बीजेपी के सीनियर लीडर सुशील मोदी की बीवी पर फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने का इल्ज़ाम लगा है। बिहार के सेहत वज़ीर रामधनी सिंह ने सुशील मोदी की प्रोफेसर बीवी पर यह इल्ज़ाम लगाए हैं। उन्होंने कहा, ” मैं तीन दिन में मीडिया के सामने इसका खुलासा करूंगा।” बता दें कि सुशील मोदी ने रामधनी की बेटी अनिता के आईजीआईएमएस में लाइब्रेरियन बनने पर एतराज़ जताई थी। जवाब में रामधनी, मोदी की पोल खोलने की बात कह रहे हैं। इस इल्ज़ाम पर सुशील मोदी ने कहा, ”रामधनी सिंह की सरकार है, जांच करा लें।”
क्या है मामला
बिहार के सेहत वज़ीर रामधनी सिंह की बेटी अनिता को आईजीआईएमएस में लाइब्रेरियन के ओहदे पर तकर्रुरी किया गया था। इसके बाद बीजेपी के कई लीडरों समेत सुशील मोदी ने इस पर एतराज़ जताई थी। इसके बाद रामधनी की बेटी को ओहदे से इस्तीफा देना पड़ा था। बीजेपी लीडर का इल्ज़ाम था कि सेहत वज़ीर ने ओहदे का इस्तेमाल कर अपनी बेटी की तकर्रुरी कराई।
रामधनी, बुध को सासाराम में कहा, ”मोदी की बीवी के फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी करने के मामले की जांच कराई जा रही है। तीन दिनों में जांच रिपोर्ट आएगी।” उन्होंने अपनी बेटी को आईजीआईएमएस में लाइब्रेरियन बनने के बारे में कहा, तकर्रुरी अमल के तहत थी। मोदी के इल्ज़ाम्म बेबुनियाद हैं। मोदी को छपास का रोग है। जो कहते हैं, वह छपने के लिए कहते हैं। मेरी बेटी की नौकरी से मुतल्लिक़ सवाल मोदी को आईजीआईएमएस के डायरेक्टर से करना चाहिए। मुझे उसकी ज्वाइनिंग और इस्तीफा की जानकारी नहीं है।”
सुशील मोदी ने कहा कि सेहत वज़ीर की बेटी के इस्तीफे से साबित हो गया कि तकर्रुरी गैर कानूनी थी। वजीरे आला नीतीश कुमार सेहत वज़ीर को फौरन बर्खास्त करें। मुजरिमों पर कार्रवाई करे। वज़ीर की बेटी की उम्र 37 साल थी। इसके बावजूद उसे तकर्रुरी कराया गया। वज़ीर पर मुकदमा हो। जदयू सरकार के वज़ीर अपनी औलादों को रेवड़ी की तरह नौकरी बांट रहे हैं, जबकि रियासत में बेरोजगार सड़कों पर नौकरी के लिए भटकते फिर रहे हैं।